मायावती की मांग, गरीबों को भोजन देने के लिये खोले जाएं सरकारी गोदामों के दरवाजे

Mayawati

उन्होंने कहा वैसे बेहतर तो यही होगा कि सरकारें बंद के दौरान पीड़ित इन लाखों मज़लूम और मजबूर लोगों के लिए जल्दी से जल्दी उचित व्यवस्था करके इन्हें इनके घरों में सुरक्षित भिजवाये तथा इन्हें फौरी तौर पर कुछ आर्थिक मदद भी जरूर दे।

लखनऊ। बसपा अध्यक्ष मायावती ने लॉकडाउन के दौरान लाखों गरीब प्रवासी मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराने के लिये सरकारी गोदामों में रखे अनाज का इस्तेमाल किए जाने की मांग की है। मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया, केन्द्र और सभी राज्य सरकारें कोरोना वायरस की जांच बढ़ाने के साथ-साथ लाखों लाचार गरीब मजदूर प्रवासियों को पेट भर खाना उपलब्ध करायें, वरना भूख से तड़पते ये लोग कैसे अपनी रोग प्रतिरोधक बढ़ाकर घातक कोरोना वायरस बीमारी से बच पायेंगे? सरकारी गोदामों का गल्ला आखिर किस दिन काम आएगा? उन्होंने कहा वैसे बेहतर तो यही होगा कि सरकारें बंद के दौरान पीड़ित इन लाखों मज़लूम और मजबूर लोगों के लिए जल्दी से जल्दी उचित व्यवस्था करके इन्हें इनके घरों में सुरक्षित भिजवाये तथा इन्हें फौरी तौर पर कुछ आर्थिक मदद भी जरूर दे। बसपा एक बार फिर यह मांग करती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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