संसद का डिजिटल सत्र अव्यावहारिक होगा, समितियों की वीडियो कांफ्रेंस से हो बैठक: डेरेक

Derek

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य का कहना था कि नियमों के मुताबिक इन समितियों के कामकाज की प्रक्रिया के संदर्भ में पीठासीन अधिकारियों का निर्णय अंतिम होता है।

नयी दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन ने बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर आग्रह किया कि संसद का डिजिटल सत्र आयोजित करना ‘अव्यावहारिक’ होगा, लेकिन संसदीय समितियों की बैठकें वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हो सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस संसद का डिजिटल सत्र आयोजित करने के विचार से सहमति नहीं रखती है। 

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पत्र में ओब्रायन ने कहा, ‘‘हमने इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श किया। हमें लगता है कि संसद का डिजिटल सत्र आयोजित करना पूरी तरह अव्यावहारिक होगा। बहरहाल, हम आपसे आग्रह करते हैं कि संसदीय समितियों की डिजिटल बैठक कराई जाए।’’ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य का कहना था कि नियमों के मुताबिक इन समितियों के कामकाज की प्रक्रिया के संदर्भ में पीठासीन अधिकारियों का निर्णय अंतिम होता है। उन्होंने कहा कि जो मामले नियमों के तहत स्पष्ट नहीं हो रहे, उनमें राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष क्रमश: नियम 266 और नियम 389 का संदर्भ ले सकते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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