शानदार कदम! चमोली की DM ने अपने बेटे को आंगनवाडी केंद्र में भर्ती कराया

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[email protected] । Nov 2 2018 9:25AM

स्वाति के लिये अपने पुत्र को आंगनवाडी केंद्र भेजने हेतु प्रेरित होने की एक वजह यह भी है कि उनका मानना है कि वह ऐसे वातावरण में बडा हो रहा है जहां चीजों को आपस में साझा किया जाता है।

देहरादून। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया ने अपने दो वर्षीय पुत्र को शहर के किसी मंहगे स्कूल में भेजने की बजाय गोपेश्वर गांव में स्थित आंगनवाडी केंद्र में दाखिल करा दूसरों के लिये अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। अपने निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्वाति ने कहा, 'आंगनवाडी केंद्रों में बच्चों के विकास के लिए जरूरी सभी प्रकार की सुविधायें और समग्र वातावरण मौजूद है।' उन्होंने कहा, 'इन केंद्रों में शिक्षा, खेल और खाना सब साथ—साथ चलता है। वहां अन्य बच्चों के साथ मेरा पुत्र बहुत अच्छा महसूस कर रहा है।' 

आंगनवाडी केंद्र भेजनेकी वजह भी बताई

स्वाति के लिये अपने पुत्र को आंगनवाडी केंद्र भेजने हेतु प्रेरित होने की एक वजह यह भी है कि उनका मानना है कि वह ऐसे वातावरण में बडा हो रहा है जहां चीजों को आपस में साझा किया जाता है। चमोली की जिलाधिकारी ने कहा, 'मेरे पुत्र ने अपने सहपाठियों के साथ खाना खाया और जब वह घर लौटा तो काफी प्रसन्न दिखायी दे रहा था।' स्वाति के पति नितिन भदोरिया भी एक आइएएस अफसर है और फिलहाल अल्मोडा के जिलाधिकारी के पद पर तैनात हैं।' 


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स्वाति ने बताया कि उनके इस निर्णय के पीछे एक कारण यह भी है कि इससे आंगनवाडी केंद्रों के प्रति आम दृष्टिकोण में बदलाव आयेगा। आंगनवाडी केंद्र में एक स्वयंसेविका मंजू भटट ने बताया, 'मंगलवार को अभ्युदय पहली बार आंगनवाडी केंद्र आया और वहां उसने अन्य बच्चों के साथ खिचडी खाई।'

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