द्रमुक ने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की आलोचना की
स्टालिन ने कहा, ‘‘यह निंदनीय है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के बजाय विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए तानाशाही सोच के साथ पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया।’’
चेन्नई। द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आज मरीना बीच पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना की है। प्रदर्शनकारी जल्लीकट्टू पर लगे प्रतिबंध को हटाने और इस समारोह के आयोजन के लिए एक स्थायी समाधान की मांग कर रहे थे। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन ने एक बयान में कहा, ‘‘यह निंदनीय है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के बजाय विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए तानाशाही सोच के साथ पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया।’’
स्टालिन ने इस कार्रवाई को ‘‘अलोकतांत्रिक’’ करार दिया है। सुबह हुई पुलिस कार्रवाई में मरीना बीच पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाया जा रहा है। गौरतलब है कि राज्य विधानसभा ने राज्यपाल के पारंपरिक संबोधन के बाद आज ही इस मामले पर चर्चा होनी है। प्रदर्शनकारियों में अधिकतर लोग छात्र और युवा हैं। प्रदर्शनकारी शनिवार को लाए गए अध्यादेश को एक अस्थायी उपाय बताते हुए जल्लीकट्टू के आयोजन के लिए एक ‘स्थायी समाधान’ की मांग कर रहे हैं।
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