चेन्नई में शराब की दुकानें फिर से खोलने का DMK ने किया विरोध, कहा- इससे कोरोना के मामले और बढ़ेंगे

liquor shops

द्रमुक प्रमुख ने आरोप लगाया कि टीएएसएमएसी दुकानों की तमिलनाडु में कोरोना वायरस फैलने में ‘‘बड़ी भूमिका’’ है।

चेन्नई। द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने सोमवार को तमिलनाडु सरकार से टीएएसएमएसी की खुदरा शराब की दुकानें 18 अगस्त से यहां फिर से नहीं खोलने की अपील की और कहा कि इससे कोरोना वायरस के मामले और बढ़ेंगे। स्टालिन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि शराब की दुकानों को फिर से खोलना राज्य में वायरस के प्रसार के लिए ‘‘बड़ा रास्ता’’ साफ करने जैसा है। सरकार ने रविवार को कहा था कि 24 मार्च से यहां बंद शराब की दुकानों को 18 अगस्त को खोल दिया जाएगा। द्रमुक प्रमुख ने आरोप लगाया कि टीएएसएमएसी दुकानों की तमिलनाडु में कोरोना वायरस फैलने में ‘‘बड़ी भूमिका’’ है। 

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उन्होंने कहा, ‘‘शराब की दुकानें खोलने से जो लोग प्रभावित होंगे उनके बारे में ना सोचकर, केवल सरकार को मिलने वाले राजस्व के बारे में सोचना अमानवीय होगा।’’ उन्होंने कहा कि शराब की बिक्री बहाल करने से यहां कोरोना वायरस और फैलेगा। अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के प्रमुख टीटीवी दिनाकरण ने भी चेन्नई में टीएएसएमएसी की दुकानें फिर से खोले जाने के फैसले का विरोध किया। ये दुकानें ग्रेटर चेन्नई पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आने वाले चेन्नई और अन्य आस-पास के इलाकों में ही बंद हैं, जबकि सात मई से तमिलनाडु के बाकी हिस्सों में शराब की दुकानें खुल चुकी हैं। कोविड-19 के मामले तब अन्य स्थानों की तुलना में यहां अधिक होने की वजह से राज्य द्वारा संचालित तमिलनाडु राज्य विपणन निगम की शराब की दुकानें यहां नहीं खोली गई थीं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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