द्रमुक ने उच्च न्यायालय का नाम बदलने का स्वागत किया
द्रमुक प्रमुख एम. करूणानिधि ने मद्रास उच्च न्यायालय का नाम महानगर के वर्तमान नाम के मुताबिक करने के प्रस्ताव को केंद्र की तरफ से मंजूरी देने का स्वागत किया है।
चेन्नई। द्रमुक प्रमुख एम. करूणानिधि ने मद्रास उच्च न्यायालय का नाम महानगर के वर्तमान नाम के मुताबिक करने के प्रस्ताव को केंद्र की तरफ से मंजूरी देने का स्वागत किया है लेकिन भाजपा सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह अकसर ऐसे कदम उठाने का प्रयास करती है जो लोगों के कल्याण से ‘‘जुड़े नहीं’’ होते हैं। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘केंद्र की भाजपा सरकार अकसर ऐसे काम करने का प्रयास करती है जो जनहित से जुड़े हुए नहीं होते, लेकिन इस तरह की अच्छी पहल की प्रशंसा भी होनी चाहिए। इसलिए द्रमुक की तरफ से मैं मद्रास उच्च न्यायालय का नाम बदलकर चेन्नई उच्च न्यायालय करने के कदम का स्वागत करता हूं।’’
द्रमुक प्रमुख ने कहा कि यह राज्य के लोगों की काफी समय से लंबित मांग का परिणाम है। करूणानिधि ने कहा कि 1967 में सत्ता में आने के बाद पार्टी संस्थापक और तत्कालीन मुख्यमंत्री सी.एन. अन्नादुरई के नेतृत्व में ‘मद्रास स्टेट’ का नाम बदलकर तमिलनाडु किया गया और 1996 में उनके नेतृत्व वाली सरकार ने मद्रास का नाम बदलकर चेन्नई कर दिया। केंद्रीय कैबिनेट ने मंगलवार को कानून मंत्रालय के एक प्रस्ताव को मंजूरी दी कि बंबई और मद्रास उच्च न्यायालय का नाम संसद में कानून पारित कर क्रमश: मुंबई उच्च न्यायालय और चेन्नई उच्च न्यायालय कर दिया जाए।
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