राजस्थान में कानून व्यवस्था पर फिर सवाल, गैंगवार में डॉन देवा गुर्जर की हत्या पर बवाल

don deva gurjar

हम आपको बता दें कि जिस समय यह गैंगवार हुई उस समय हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर कोटा बेरियर गणेश मंदिर के पास एक सैलून की दुकान पर बैठा था। पुलिस को शक है कि देवा गुर्जर के विरोधी गैंग ने इस घटना को अंजाम दिया है।

राजस्थान में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं लेकिन राज्य सरकार बार-बार कह रही है- ऑल इज वैल। करौली जिले में हुए बवाल का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि चित्तौड़गढ़ जिले में एक गैंगवार की घटना के बाद से हालात तनावपूर्ण बताये जा रहे हैं। हम आपको बता दें कि चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा में सोमवार देर शाम को हुई एक गैंगवार में हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर की मौत हो गयी जिसके विरोध में देवा गुर्जर के समर्थकों ने शवगृह के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस पर पत्थरबाजी की। यही नहीं, बोराबास (कोटा) में आज सुबह प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रोडवेज की बसों में आग भी लगा दी। इस बारे में एसपी कोटा केसर सिंह शेखावत ने बताया कि आर.के. पुरम थाना क्षेत्र के बोराबास गांव के निवासी देवा गुर्जर की हत्या हुई थी, शव का कोटा में पोस्टमार्टम किया जा रहा है। इस दौरान कुछ लोगों ने बोराबास गांव के पास सड़क पर आकर रोड़ जाम करने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस भेजी गई है और स्थिति नियंत्रण में है। केसर सिंह शेखावत ने कहा कि जांच जारी है।

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हम आपको बता दें कि जिस समय यह गैंगवार हुई उस समय हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर कोटा बेरियर गणेश मंदिर के पास एक सैलून की दुकान पर बैठा हुआ था। पुलिस ने शक जताया है कि देवा गुर्जर के विरोधी गैंग ने इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने कहा है कि अपराधी जल्द ही पकड़ लिये जाएंगे। इस बीच, देवा गुर्जर की हत्या के विरोध में लोगों में रोष देखा जा रहा है। समाचार रिपोर्टों के मुताबिक जिस बाजार में देवा गुर्जर की हत्या हुई उसे बंद कर दिया। देवा गुर्जर की मौत के बाद गुर्जर समाज के लोग काफी आक्रोशित हो गए और शवगृह के बाहर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। जिसकी वजह से वहां पुलिस को बड़ी संख्या में तैनात करना पड़ा। इस घटना के बारे में बताया जा रहा है कि डेढ़ दर्जन से अधिक बदमाशों ने देवा गुर्जर पर जानलेवा हमला किया था। हमले के बाद देवा गुर्जर को कोटा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। 

इस घटना के बारे में मीडिया को प्रत्यक्षदर्शियों ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक देवा गुर्जर अपने तीन-चार साथियों के साथ सोमवार देर शाम को रावतभाटा के कोटा बेरियर गणेश मंदिर के पास स्थित एक सैलून पर गया था। इसी दौरान सैलून पर डेढ़ दर्जन से अधिक बदमाश हथियारों से लैस होकर आ गए और उन्होंने देवा पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। इस दौरान बदमाशों ने देवा पर धारदार हथियारों से वार किया। वारदात के बाद सभी हमलावर मौके से फरार होने में कामयाब रहे। जिस सैलून में देवा गुर्जर गया था उसके संचालक बबलू ने मीडिया को जो जानकारी दी है उसके मुताबिक डेढ़ दर्जन से अधिक बदमाश हथियारों से लैस होकर सैलून में दाखिल हो गए और सभी को धमकी दी कि कोई भी बीच में नहीं आएगा, नहीं तो जान से मार देंगे जिसके बाद उन्होंने कुर्सी पर बैठे देवा गुर्जर पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। इस दौरान दुकान में लगे शीशे टूट कर बिखर गए। बबलू ने मीडिया को बताया कि देवा गुर्जर की फरसा, रॉड, लाठी-डंडे से पीट पीटकर और फिर गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस बीच, अचानक हुई इस वारदात से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है जिसको देखते हुए पुलिस बल को बढ़ाना पड़ा है।

जहां तक देवा गुर्जर की बात है तो हम आपको बता दें कि उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। देवा गुर्जर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहता था। सोशल मीडिया पर वह देवा डॉन के नाम से जाना जाता था। इलाके के लोगों में देवा गुर्जर का काफी खौफ रहता था लेकिन उसके समर्थक भी यहां बड़ी तादाद में थे इसीलिए देवा गुर्जर के मारे जाने के बाद इलाके में रोष और विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। हालांकि राज्य पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल कर अपराधियों के बारे में छानबीन की जा रही है।

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इस बीच, सामने आई एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के रावतभाटा क्षेत्र में अपनी दहशत के बल पर ठेका-पट्टे का काम करने वाले देवा गुर्जर को 23 मार्च को जान से मारने की धमकी मिली थी। देवा ने अपने मोबाइल पर आए धमकी भरे कॉल के आधार पर 26 मार्च को कोटा के आरके पुरम थाने में धमकी देने वालों के खिलाफ रिपोर्ट भी लिखवाई थी। पुलिस को उसने बताया था कि मोबाइल फोन में धमकी देने वालों की बातचीत सुरक्षित है। माना जा रहा है कि इस रिकॉर्डिंग के जरिये पुलिस अपराधियों तक पहुँच सकती है।

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