EC ने राजनीतिक दलों को धर्म और जाति के नाम भावनात्मक अपील न करने की दी नसीहत

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चुनाव आयोग ने इस बात की भी ताकीद की है कि उम्मीदवार मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरिजाघर सहित किसी भी उपासनास्थल का अपने चुनाव अभियान में भाषण, पोस्टर और संगीत आदि माध्यमों से कतई इस्तेमाल नहीं करें।

नयी दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से प्रचार अभियान के दौरान जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र आदि के नाम पर ऐसी भावनात्मक अपील करने से बचने को कहा है जिससे समाज में भेदभाव और तनाव फैलता हो। आयोग ने चुनाव प्रचार अभियान के जोर पकड़ने के मद्देनजर शुक्रवार को सभी दलों को जारी परामर्श में कहा है कि नेता प्रचार में विरोधियों के निजी जीवन और सार्वजनिक कार्यकलापों से इतर कामों पर भी टिप्पणी करने से बचें। इतना ही नहीं नेताओं को प्रचार में विरोधियों की अप्रमाणित तथ्यों पर आधारित आलोचना करने से भी बचना चाहिये।

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आयोग ने इस बात की भी ताकीद की है कि उम्मीदवार मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरिजाघर सहित किसी भी उपासनास्थल का अपने चुनाव अभियान में भाषण, पोस्टर और संगीत आदि माध्यमों से कतई इस्तेमाल नहीं करें। परामर्श में आयोग ने एक बार फिर राजनीतिक दलों और नेताओं को सैन्य अभियानों में सैनिकों के पराक्रम और उनकी तस्वीर आदि का किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं करने की बात कही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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