हिसार में तीन प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों के बीच चुनावी जंग

electoral-battle-among-three-potential-political-families-in-hisar

दुष्यंत चौटाला ने पिछली बार इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस बार वह परिवार में दो फाड़ होने के बाद अस्तित्व में आई जननयक जनता पार्टी (जजपा) के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। बृजेंद्र और भव्य पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। राजनीति में आने से पहले बृजेंद्र आईएएस अधिकारी थे। वहीं, राजनीति में उतरने से पहले भव्य क्रिकेट में अपनी किस्मत आजमा रहे थे।

नयी दिल्ली। हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट पर राज्य के तीन अत्यंत प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों के मैदान में होने से चुनावी मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। इस सीट पर एक तरफ पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के प्रपौत्र एवं हिसार से मौजूदा सांसद दुष्यंत चौटाला ताल ठोक रहे हैं तो दूसरी तरफ दो अन्य प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों की अगली पीढ़ी के नेता भी मैदान में हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के पुत्र एवं किसान नेता सर छोटूराम के प्रपौत्र बृजेंद्र सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं तो कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पौत्र भव्य बिश्नोई चुनाव मैदान में हैं।

इसे भी पढ़ें: जेजेपी ने घोषित किए प्रत्याशी, सोनीपत से हुड्डा के सामने दिग्विजय चौटाला को टिकट

दुष्यंत चौटाला ने पिछली बार इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस बार वह परिवार में दो फाड़ होने के बाद अस्तित्व में आई जननयक जनता पार्टी (जजपा) के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। बृजेंद्र और भव्य पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। राजनीति में आने से पहले बृजेंद्र आईएएस अधिकारी थे। वहीं, राजनीति में उतरने से पहले भव्य क्रिकेट में अपनी किस्मत आजमा रहे थे।

इसे भी पढ़ें: हरियाणा में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं: आप

बीरेंद्र सिंह (1984 में कांग्रेस नेता के रूप में) और भजनलाल (2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में) हिसार से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद 2011 में उपुचनाव में विजयी हुए थे। हिसार सहित हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होगा। दुष्यंत और बृजेंद्र राज्य के राजनीतिक रूप से प्रभावशाली जाट समुदाय से हैं। दूसरी ओर, भव्य गैर जाट राजनीति का चेहरा हैं। उनके दादा भजनलाल को राज्य में ‘जाट बनाम गैर जाट’ राजनीति की अवधारणा लाने के लिए जाना जाता है। प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों के बीच एक और लड़ाई सोनीपत सीट पर भी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़