MP सरकार की कर्जमाफी के दायरे में नहीं आ सका किसान, फांसी लगाकर की आत्महत्या
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में जारी कर्ज माफी के आदेश के बाद भी 45 वर्षीय एक आदिवासी किसान उस दायरे में नहीं आ सका और उसने कथित तौर पर पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
खंडवा। मध्यप्रदेश की नवगठित कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी की योजना के दायरे में कथित रूप से नहीं आने के कारण खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा क्षेत्र के अस्तरिया गाँव के 45 वर्षीय एक आदिवासी किसान ने कथित तौर पर पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव शनिवार सुबह करीब 7 बजे उसी के खेत के एक पेड़ से रस्सी से लटकता मिला। किसान के परिजनों का आरोप है कि सरकार की हाल ही में जारी कर्ज माफी के आदेश के बाद भी वह उस दायरे में नहीं आ सका क्योंकि राज्य सरकार ने 31 मार्च 2018 तक का कर्जा माफ करने की घोषणा की है।
हमने अपना वचन निभाया,
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 17, 2018
किसानों का कर्ज चुकाया ।
उम्मीदों का बीज लगाएंगे,
खेतों की खुशिया लौटाएंगे ।।#CongressNeVachanNibhaya pic.twitter.com/ijxq0aChIa
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मृत किसान पर इस तिथि के बाद का राष्ट्रीयकृत तथा सहकारी बैंकों का करीब तीन लाख रूपये का कर्ज था। पंधाना पुलिस थाना प्रभारी शिवेंद्र जोशी ने बताया कि अस्तरिया गाँव के किसान जुवान सिंह (45) का शव खेत के पेड पर आज सुबह लटका हुआ मिला। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी लगते ही पंधाना पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। जोशी ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच चल रही है। मामले की जांच के बाद ही यह पता चलेगा कि किसान ने किस बात को लेकर आत्महत्या की है।
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