किसान, कर्मचारी 5 सितम्बर को दिल्ली में केंद्र के खिलाफ करेंगे रैली
अखिल भारतीय किसान सभा ने कि आजादी के बाद पहली बार लाखों की संख्या में किसान और कर्मचारी केन्द्र की राजग सरकार की ‘जन-विरोधी’ नीतियों के खिलाफ सितम्बर में दिल्ली में एक रैली करेंगे।
नयी दिल्ली। अखिल भारतीय किसान सभा ने कि आजादी के बाद पहली बार लाखों की संख्या में किसान और कर्मचारी केन्द्र की राजग सरकार की ‘जन-विरोधी’ नीतियों के खिलाफ सितम्बर में दिल्ली में एक रैली करेंगे। किसानों के संगठन ने कहा कि किसान , कर्मचारी और उनके परिवार रैली में शामिल होंगे, जहां उनके संघर्ष की भविष्य की रणनीति की घोषणा की जायेगी। रैली में लोगों के विकास के लिए वैकल्पिक नीतियों के आधार पर अखिल भारतीय स्तर पर वामपंथी और लोकतांत्रिक राजनीतिक विकल्पों को बनाये जाने का आह्वान किया जायेगा।
सभा के महासचिव हन्नान मोल्ला ने नई दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि मोदी सरकार की नव-उदार नीतियों और कुशासन के खिलाफ चल रहे संघर्ष के तहत दिल्ली में पांच सितम्बर को पांच लाख लोगों की एक बड़ी रैली आयोजित की जायेगी। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के बाद कर्मचारी-किसान की पहली और वाम लोकतांत्रिक बलों की सबसे बड़ी रैली होगी, जिसमें सीटू, एआईकेएस और एआईएडब्ल्यू शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि रैली में सभा के नेता छात्रों, युवाओं, महिलाओं, आदिवासी, दलितों और मुस्लिमों सभी वर्गों के मुद्दों पर संबोधित करेंगे। संगठन ने देशभर में नौ अगस्त को जेल भरो आंदोलन का भी आह्वान किया। इसी दिन 1942 में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ शुरू किया गया था। दस करोड़ लोगों के हस्ताक्षर लिये जाने की भी योजना है जिसे लेकर प्रधानमंत्री को सौंपा जायेगा।
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