Madhya Pradesh की महिला पुलिस अधिकारी का वीडियो हुआ वायरल, 'ओजस्वी' बच्चे पैदा करने के लड़कियों को दिए टिप्स

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प्रतिरूप फोटो
ANI Image
रितिका कमठान । Jan 11 2025 3:15PM

‘ओजस्वी’ बच्चे पैदा करने के टिप्स देते हुए महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पुलिस अधिकारी बताते हुए दिख रही है कि ‘ओजस्वी’ बच्चे पैदा करने के लिए क्या करें और क्या न किया जाए। इस संबंध में महिला पुलिस उपमहानिरीक्षक सलाह देती दिख रही है।

मध्य प्रदेश में एक महिला पुलिस अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में महिला पुलिस अधिकारी स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को जानकारी दे रही है जिससे ‘ओजस्वी’ बच्चे पैदा हो सकते है। 

‘ओजस्वी’ बच्चे पैदा करने के टिप्स देते हुए महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पुलिस अधिकारी बताते हुए दिख रही है कि ‘ओजस्वी’ बच्चे पैदा करने के लिए क्या करें और क्या न किया जाए। इस संबंध में महिला पुलिस उपमहानिरीक्षक सलाह देती दिख रही है। 

वायरल वीडियो में पुलिस अधिकारी कहती दिखती है कि पूर्णिमा की रात को गर्भधारण नहीं करना चाहिए। महिला पुलिस उपमहानिरीक्षक की पहचान सविता सोहाने के तौर पर हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये वीडियो बीते वर्ष चार अक्टूबर का बताया जा रहा है। इस दौरान एक स्कूल प्रोग्राम में 10वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्राओं की सुरक्षा के लिए जागरुकता कार्यक्रम के तहत उन्होंने व्याख्यान दिया था।

इस वीडियो में कहती दिखती है कि ‘आप पृथ्वी पर नया बचपन (नई पीढ़ी) लाएंगे। आप इसे कैसे अंजाम देंगे। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि इसके लिए आपको योजना बनानी होगी। ये ध्यान रखना होगा कि पूर्णिमा के दिन गर्भधारण ना करें। सूर्य देवता को जल चढ़ाकर नमस्कार करें। ऐसा करने से आपको ‘ओजस्वी’ संतान पैदा होगी।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा ने टिप्पणी के लिए सविता से संपर्क किया। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि वो आमतौर पर धर्मग्रंथ पढ़ती है। इसके अलावा हिंदू संतों के प्रवचन सुनना और व्याख्यान देना उन्हें अच्छा लगता है। उन्होंने बताया कि वह ‘मैं हूं अभिमन्यु’ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित वातावरण बनाना और बालिकाओं के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना है। 

सविता सोहाने ने बताया, “हर महीने मैं एक स्कूल में व्याख्यान देती हूं। 31 वर्ष पहले पुलिस सेवा में शामिल होने से पहले, मैं चार वर्ष तक सागर जिले के एक सरकारी इंटर कॉलेज स्कूल में प्राध्यापक थी।” उन्होंने बताया, “मैंने जो कहा, वह आध्यात्मिक आनंद की खोज में मिली जानकारी पर आधारित था।” अधिकारी ने पूर्णिमा की रात गर्भधारण से बचने की सलाह के बारे में बताया कि हिंदू धर्म में इसे पवित्र अवधि माना जाता है। उन्होंने बताया कि एक घंटे से अधिक समय तक दिये गए व्याख्यान का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों के बीच बालिकाओं के प्रति सम्मान की भावना पैदा करना था लेकिन इसका केवल एक हिस्सा ही प्रसारित किया गया और संदर्भ हटा दिया गया।

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