भंडारा के जिला अस्पताल में आग, 10 बच्चों की मौत, PM ने जताया शोक, उद्धव ने दिए जांच के आदेश

Bhandara
अंकित सिंह । Jan 9 2021 11:38AM

जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गयी। इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा, जिसके बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए।

महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। एक डॉक्टर ने बताया कि नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी। जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गयी। इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा, जिसके बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए। उन्होंने बताया कि इकाई के ‘इनबाउंड वार्ड’ से सात बच्चों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका। खंडाते ने बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की। वहां काफी धुआं हो रहा था। उन्होंने बताया कि आग का शिकार होने वाले बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है और बचाए गए सात बच्चों को दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आईसीयू वार्ड, डायलिसिस और लेबर वार्ड से रोगियों को सुरक्षित दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। अभी तक आग लगने के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में नवजात बच्चों की मौत पर दु:ख व्यक्त करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से बातचीत की। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बातचीत करके उन्हें जांच करने के लिए कहा है। राजेश टोपे ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इस हृदय विदारक हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है। रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र में भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से नवजात शिशुओं की मौत पर शनिवार को दु:ख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्निकांड में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दु:ख हुआ है। इस हृदय-विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।

इसे भी पढ़ें: औरंगाबाद को संभाजीनगर कहने में कुछ नया नहीं है: उद्धव ठाकरे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र के भंडारा में हुई हृदय-विदारक घटना में हमने कई अनमोल मासूमों को खो दिया। मेरी संवदेनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में भंडारा जिले के एक अस्पतालमें आग लगने से 10 शिशुओं की मौत पर शनिवार को दु:ख जताया और राज्य सरकार से पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता करने की अपील की।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने से दस नवजात शिशुओं की मौत की घटना को बेहद दर्दनाक करार देते हुए शनिवार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की।  महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने एक वक्तव्य में कहा, सरकार को इस मामले में अच्छी तरह से जांच करानी चाहिये और 10 शिशुओं की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिये। यह बेहद दर्दनाक घटना है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़