मछुआरों को स्वतंत्र मंत्रालय चाहिए, केवल एक विभाग नहीं: राहुल गांधी
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Feb 25 2021 7:13PM
2019 में, मोदी सरकार ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय बनाया था। गांधी ने एक अन्य ट्वीट में मीडिया की एक खबर को लेकर सरकार पर हमला किया जिसमें दावा किया गया है कि सरकार ने मामले दर मामले के आधार पर चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रस्तावों को मंजूरी देनी शुरू कर दी है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मछुआरों को एक स्वतंत्र मत्स्य पालन मंत्रालय चाहिए, एक मंत्रालय के भीतर केवल एक विभाग नहीं। प्रधानमंत्री ने पुडुचेरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी द्वारा पिछले सप्ताह दिये गए उस बयान पर हैरानी जतायी जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई ‘‘समर्पित’’ मत्स्य मंत्रालय नहीं है। इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों सहित भाजपा नेता भी इस बयान को लेकर गांधी पर निशाना साध चुके हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा किये गए हमले पर पलटवार करते हुए गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रिय प्रधानमंत्री, मछुआरों को एक मंत्रालय के भीतर केवल एक विभाग नहीं बल्कि एक स्वतंत्र और समर्पित मत्स्य पालन मंत्रालय की आवश्यकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम दो हमारे दो’ से निश्चित तौर पर बुरा लगता है। गांधी उस कटाक्ष का उल्लेख कर रहे थे जिसका इस्तेमाल उन्होंने सरकार के खिलाफ यह आरोप लगाने के लिए किया है कि यह सरकार मोदी और उनके ‘‘कॉरपोरेट दोस्तों’’ द्वारा चलायी जा रही है।’’ मोदी ने पुडुचेरी में कहा, ‘‘कांग्रेस के नेता कहते हैं कि हम एक मत्स्य पालन मंत्रालय बनाएंगे। मुझे हैरानी हुई। सच्चाई यह है कि यह मौजूदा राजग सरकार है जिसने 2019 में मत्स्य पालन के लिए एक मंत्रालय बनाया था।’’Dear PM,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 25, 2021
Fisherfolk need an independent and dedicated ministry of fisheries, not just a department within a ministry.
PS- “Hum do Humare do” obviously hurt bad.
इसे भी पढ़ें: राष्ट्रपुरुष हैं PM मोदी, उनके नाम पर स्टेडियम होने पर नहीं होनी चाहिए आपत्ति: बाबा रामदेव
2019 में, मोदी सरकार ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय बनाया था। गांधी ने एक अन्य ट्वीट में मीडिया की एक खबर को लेकर सरकार पर हमला किया जिसमें दावा किया गया है कि सरकार ने मामले दर मामले के आधार पर चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रस्तावों को मंजूरी देनी शुरू कर दी है। गांधी ने कहा, ‘‘चीन समझ गया है कि श्री मोदी उनके दबाव में झुकते हैं। उन्हें अब यह पता चल गया है कि वे उनसे जो चाहें प्राप्त कर सकते हैं।’’ गांधी ने एक अन्य ट्वीट में रोजगार के मुद्दे पर भी सरकार पर हमला किया और सरकार से युवाओं के लिए रोजगारों का सृजन करने को कहा।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़