सीमा पार करने की कोशिश में BSF के हत्थे चढ़े 5 बांग्लादेशी
टिर्की ने बताया कि इन पांचों ने दावा किया कि वे कुलगाम में राजमिस्त्री का काम करते थे और अब अपने घर जाना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘‘ उनके बैग में से कोई भी संदिग्ध सामग्री नहीं मिली हैं। हालांकि उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।’’ बीएसएफ के डीआईजी ने कहा, ‘‘ भारत-बांग्लादेश सीमा के पास झरझरे इलाके में खुफिया जानकारी के बाद ‘हाई अलर्ट’ है।
किशनगंज। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में नौकरी करने वाले पांच बांग्लादेशियों को यहां सीमा पार कर अपने देश जाने की कोशिश के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डीआईजी अमृतलाल टिर्की ने बताया कि ये बांग्लादेशी पड़ोसी देश के ठाकुरगांव जिले के निवासी हैं। इन्होंने दावा किया है कि वे रोजगार के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में रहते थे और बुधवार को ही किशनगंज आए थे।
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उन्होंने बताया कि किशनगंज रेलवे स्टेशन से अंतरराष्ट्रीय सीमा 30 किलोमीटर दूर ही है लेकिन फिर भी उन्होंने यहां रहने और गुरुवार को सुबह अपने देश लौटने की योजना बनाई थी। टिर्की ने कहा, ‘‘ हमें इस बीच, बांग्लादेशियों के बारे में और उनके सीमा पार करने की योजना की जानकारी मिली। उन्होंने जैसे ही बीएसएफ कर्मियों को देखा, वे डर गए और भागने लगे, लेकिन कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया।’’ उन्होंने बताया कि इन पांचों बांग्लादेशियों की पहचान बक्कर (20), मोहम्मद जलील (22), मोहम्मद रूबेल (20), मोहम्मद महबूब (20) और मोहम्मद मासूम (19) के तौर पर हुई है।
टिर्की ने बताया कि इन पांचों ने दावा किया कि वे कुलगाम में राजमिस्त्री का काम करते थे और अब अपने घर जाना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘‘ उनके बैग में से कोई भी संदिग्ध सामग्री नहीं मिली हैं। हालांकि उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।’’ बीएसएफ के डीआईजी ने कहा, ‘‘ भारत-बांग्लादेश सीमा के पास झरझरे इलाके में खुफिया जानकारी के बाद ‘हाई अलर्ट’ है। ऐसी खबर मिली थी कि अनुच्छेद 370 से जुड़े घटनाक्रमों के बाद आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए गश्त और निगरानी तेज कर दी गई है और होटलों को भी बंद कर दिया गया है। ’’
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