दिल्ली में लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता की श्रेणी ‘गंभीर’
गाजियाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही, जबकि फरीदाबाद और गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली में अति सूक्ष्म प्रदूषक कणों पीएम 2.5 का स्तर 280 रहा जबकि पीएम 10 का स्तर 465 दर्ज किया गया
नयी दिल्ली। दिल्ली में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में नववर्ष के दिन समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 404 दर्ज किया गया, जबकि केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने सूचकांक 405 दर्ज किया। ये दोनों सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं। सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के 19 इलाकों में प्रदूषण स्तर ‘गंभीर’ दर्ज किया गया जबकि 14 जगहों पर हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही।
Delhi: Major pollutants PM 2.5 and PM 10 are at 470 and 443, respectively in Lodhi Road area, both in 'Severe' category, according to the Air Quality Index (AQI) data. pic.twitter.com/7Yn5uCcMMS
— ANI (@ANI) January 1, 2019
गाजियाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही, जबकि फरीदाबाद और गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली में अति सूक्ष्म प्रदूषक कणों पीएम 2.5 का स्तर 280 रहा जबकि पीएम 10 का स्तर 465 दर्ज किया गया। सफर ने कहा कि। अतिरिक्त स्थानीय उत्सर्जन यानी कि खुले में आग जलाने, आतिशबाजी और जीवाश्म ईंधनों को जलाने आदि से हवा और जहरीली होगी तथा वायु गुणवत्ता गंभीर से ऊपर की श्रेणी में जा सकती है।
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चेतावनी दिए जाने के बावजूद उच्चतम न्यायालय की तय समयसीमा से पहले और बाद में भी नववर्ष समारोहों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में कई स्थानों पर आतिशबाजी की गई। सफर ने कहा कि दिल्ली में मौसम संबंधी परिस्थितियों के अब और प्रतिकूल होने के कारण आगामी दो दिनों तक वायु गुणवत्ता का स्तर ‘गंभीर’ बने रहने की आशंका है।
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