विदेशी सैलानी कश्मीर को मान रहे पहले से ज्यादा सुरक्षित, पर्यटकों की संख्या में हुआ इजाफा
रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा मौसम में घाटी में सैलानियों की अच्छी-खासी भीड़ होती है। पिछले साल इस दौरान 9 हजार 589 सैलानी घाटी में घूमने आए थे। हालांकि, इस बार इन आंकड़ों में भारी गिरावट आई है लेकिन फिर भी मौजूदा परिस्थितियों में इतनी तादाद में सैलानियों का घाटी में मौजूद होना असामान्य है। इतना ही नहीं, विदेशी पर्यटकों की तुलना में यहां घरेलू पर्यटकों की मौजूदगी में अपेक्षाकृत ज्यादा गिरावट आई है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी के हालात पर लगातार केंद्र सरकार की कड़ी नजर है। गृह मंत्री अमित शाह से लेकर एनएसए प्रमुख अजीत डोभाल लगातार कश्मीर के हालात सामान्य बनाने को लेकर बैठक और दौरा कर रहे हैं। ऐसे में धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर की मौजूदा परिस्थितियों में लोग घूमने की जगह के चयन में कश्मीर का नाम आते ही अभी छोड़ा सा हिचक जाएंगे। ऐसे में जब देश के पर्यटक ही हिचक रहे हों तो फिर विदेशी पर्यटकों के बारे में तो सोच भी नहीं सकते। लेकिन अगर आप डल झील की ओर रुखसत होंगे तो बेहद ही आश्चर्य करने वाले दृश्य से दो-चार होंगे। विदेशी पर्यटकों को कश्मीर की शांति बेहद पसंद आ रही है जिसके कारण लगातार विदेशी सैलानियों का आना लगा हुआ है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार अनुच्छेद 370 हटने के बाद से 30 सितंबर तक कुल 4 हजार 167 ही घरेलू पर्यटक श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे हैं। जबकि पिछले साल के आंकड़ों की बात करें तो पिछले साल 1 लाख 45 हजार घरेलू नागरिक कश्मीर पहुंचे थे।
इसे भी पढ़ें: घाटी से सिर्फ हिंदुओं का पलायन नहीं हुआ था, हिंदू धर्म को भी आघात पहुँचाया गया
इसे भी पढ़ें: कश्मीर के बारे में गलतबयानी करने की बजाय शांति स्थापना में सहयोग दें नेता
अन्य न्यूज़