अब पूर्व नौकरशाहों में प्रज्ञा के प्रति आक्रोश, करकरे के बयान पर उम्मीदवारी रद्द करने की मांग

former-bureaucrats-criticized-pragya-thakur-statement-on-karkare
[email protected] । Apr 25 2019 11:43AM

पूर्व अधिकारियों ने एक खुला पत्र लिखा है और कहा है कि प्रज्ञा ने न केवल राजनीतिक मंच का इस्तेमाल ‘कट्टरता बढ़ाने के लिए किया’, बल्कि करकरे की यादों का ’अपमान’ करने के लिए भी किया। करकरे मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हो गए थे।

नयी दिल्ली। सेवानिवृत्त 71 सिविल सेवकों के एक समूह ने शहीद आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा दिए गए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और उनकी उम्मीदवारी वापस लेने की मांग की है। पूर्व अधिकारियों ने ठाकुर की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है। ठाकुर ने कहा था कि करकरे उनकी ‘शाप’ की वजह से मर गया।

इसे भी पढ़ें: नरसिंह यादव का निलंबन ‘क्रूर और अनुचित’ कदम है: संजय निरूपम

पूर्व अधिकारियों ने एक खुला पत्र लिखा है और कहा है कि प्रज्ञा ने न केवल राजनीतिक मंच का इस्तेमाल ‘कट्टरता बढ़ाने के लिए किया’, बल्कि करकरे की यादों का ’अपमान’ करने के लिए भी किया। करकरे मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हो गए थे।

इसे भी पढ़ें: गैर कांग्रेस, गैर भाजपा मोर्चा के लिए प्रयास तेज करने की योजना बना रहे हैं केसीआर

मालेगांव विस्फोट मामले की आरोपी प्रज्ञा अभी मेडिकल आधार पर जमानत पर चल रही हैं। इस पत्र पर पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक जुलियो रिबेरियो, पूणे के पूर्व पुलिस आयुक्त मीरन बोरवानकर और प्रसार भारती के पूर्व कार्यकारी अधिकारी जवाहर सरकार के भी हस्ताक्षर हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़