CP जोशी ने प्रशिक्षण पर दिया जोर, कहा- तभी होगा अधिक जनसमस्याओं का निराकरण
राजस्थान विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी ने कहा कि चुनी हुई सरकार किसी भी पार्टी की हो, यह उसका उत्तरदायित्व होता है कि ब्यूरोक्रेसी से काम लें और ब्यूरोक्रेसी की जवाबदेही तब ज्यादा होगी जब ज्यादा सदन चलेगा।
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी ने नये विधायकों के प्रशिक्षण पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि नये सदस्य जितने ज्यादा प्रशिक्षित होंगे, सदन उतने ही प्रभावशाली तरीके से चलेगा। उन्होंने कहा कि वह सदन के पहले सत्र के बाद इस बारे में चर्चा करेंगे और यदि आवश्यक होगा तो नये सदस्यों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम तय किया जायेगा। अध्यक्ष का पद ग्रहण करने के बाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि जितना ज्यादा सदन चलेगा उतना ही अधिक जनसमस्याओं का निराकरण हो सकेगा।
इसे भी पढ़ें : राजस्थान के नए विधानसभा का पहला सत्र शुरू, विधायकों ने ली शपथ
उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार किसी भी पार्टी की हो, यह उसका उत्तरदायित्व होता है कि ब्यूरोक्रेसी से काम लें और ब्यूरोक्रेसी की जवाबदेही तब ज्यादा होगी जब ज्यादा सदन चलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके कार्यकाल में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच संवादहीनता जैसी कोई स्थिति पैदा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मेरी जिम्मेदारी होगी कि संवाद सभी पक्षों में हो ताकि हम सार्थक चर्चा कर सकें और संसदीय परंपरा की यही आवश्यकता भी है। हम अपने विचार, मतभेद रख सकते है लेकिन डायलॉग तो होना ही चाहिए, मन भेद नहीं होना चाहिए।
आज राजस्थान विधान सभा के सभापति के रूप में शपथ लेते हुए।
— Dr. C.P. Joshi (@drcpjoshi) January 16, 2019
जय हिन्द। जय राजस्थान। pic.twitter.com/1flRBxkyTl
अन्य न्यूज़