पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम की घर वापसी, कांग्रेस में हुए शामिल

former-union-minister-sukhram-s-return-home-join-congress
[email protected] । Mar 25 2019 5:02PM

लालकृष्ण आडवाणी को भाजपा से टिकट नहीं दिए जाने के सवाल पर सुखराम ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि कांग्रेस में बुजुर्गों का सम्मान है और युवाओं से भी काम लिया जाता है।

नयी दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम सोमवार को अपने पौत्र के साथ कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने और उनके पौत्र आश्रय शर्मा ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सुखराम का पार्टी में स्वागत करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस देश के 20 प्रतिशत गरीबों के लिए न्याय करेगी। हम सबके लिए हर्ष की बात यह है कि उत्तर भारत के कद्दावर के नेता पंडित सुखराम जी और उनके पौत्र कांग्रेस में फिर से शामिल हुए हैं। हिमाचल प्रदेश खासतौर पर मंडी के लिए सुखराम जी विकास पुरुष हैं।’ उन्होंने कहा कि पार्टी को विश्वास है कि सुखराम और आश्रय शर्मा के कांग्रेस में आने से पार्टी को हिमाचल प्रदेश और उत्तर भारत में बल मिलने वाला है।

सुरजेवाला ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक तरफ वे ताकतें सत्तासीन हैं जिन्होंने अपनी पार्टी में पिता समान नेता लालकृष्ण आडवाणी को दरकिनार कर दिया और राजनीति से जबरन सेवानिवृत्त कर दिया। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी है जो पंडित सुखराम जैसे बुजुर्गों का अशीर्वाद लेकर देश को नयी दिशा देना चाहती है। इस मौके पर सुखराम ने कहा, ‘‘मैं राहुल जी से मिला तो उनकी एक बात से प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि आपसे सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक रिश्ता भी है। इसके बाद मेरी घरवापसी हुई। मैं अपने घर वापस आया हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जीवन के ऐसे मोड़ पर हूं कि किसी से द्वेश नहीं रखना चाहता हूं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से कुछ दूरियां हो गई थीं जिसका लोगों ने फायदा उठाया। लेकिन आज मैं फिर वापस आया हूं। अपने पौत्र को कांग्रेस के सुपुर्द कर रहा हूं।’’

इसे भी पढ़ें: भाजपा में वंशवाद निचले स्तर पर भले हो, पर शीर्ष नेतृत्व इससे दूर है

लालकृष्ण आडवाणी को भाजपा से टिकट नहीं दिए जाने के सवाल पर सुखराम ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि कांग्रेस में बुजुर्गों का सम्मान है और युवाओं से भी काम लिया जाता है। उन्हें दुख है कि एक नेता जो भाजपा को इतना आगे ले गए उनको टिकट से वंचित किया गया है। सुखराम पहले कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे, हालांकि कुछ साल पहले वह भाजपा में चले गए थे। उनके पुत्र अनिल शर्मा अब भी हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस उनके पौत्र आश्रय शर्मा को हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से टिकट दे सकती है, हालांकि कांग्रेस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़