बेंगलुरु में कॉलेज से निलंबित किए जाने के बाद परेशान छात्र ने की आत्महत्या
छात्र ने माफी मांगी और एक और मौका मांगा, लेकिन प्रबंधन ने उसकी एक न सुनी और उसका निलंबन वापस लेने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारी ने छात्र के परिवार के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ हमने कॉलेज अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है। हम आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं और जांच जारी है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कॉलेज से निलंबित किए जाने से परेशान होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के एक छात्र ने कथित तौर पर नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक यह घटना बृहस्पतिवार को चंद्रा लेआउट में एक पेइंग गेस्ट आवास में हुई जहां छात्र अपने दोस्तों के साथ रह रहा था। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। लेकिन छात्र ने अपने निलंबन के कुछ दिनों बाद एक नोटबुक पर अपने विचार लिखे थे, जिसमें उसने उल्लेख किया था कि कैसे एक पुराने मामले के कारण कॉलेज में जो कुछ हुआ उससे वह बहुत परेशान था। छात्र ने लिखा कि कॉलेज प्रबंधन उसे अपनी कक्षाओं में लौटने की अनुमति नहीं दे रहा था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘करीब एक माह पहले छात्र के व्यवहार, अनुशासनहीनता और कॉलेज से अनुपस्थिति का हवाला देते हुए उसे निलंबित कर दिया गया था। इससे अवसादग्रस्त होकर उसने बृहस्पतिवार को कथित तौर पर कुछ गोलियां खा लीं जिससे उसकी मौत हो गई।’’ कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए छात्र के माता-पिता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर आज अपने बेटे के लिए न्याय की मांग करते हुए कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। छात्र के परिवार ने आरोप लगाया है कि निलंबित होने के बाद वह अपनी मां के साथ कॉलेज अधिकारियों के पास अपनी बहाली की अपील करने के लिए पहुंचा था।
छात्र ने माफी मांगी और एक और मौका मांगा, लेकिन प्रबंधन ने उसकी एक न सुनी और उसका निलंबन वापस लेने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारी ने छात्र के परिवार के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ हमने कॉलेज अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है। हम आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं और जांच जारी है।
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