Cheetah in India: बधाई हो! कूनो से आई खुशखबरी, नामीबिया से लाई गई मादा चीता ने दिया 4 बच्चों को जन्म
अपने ट्वीट में भूपेंद्र यादव ने लिखा कि बधाई हो भारत! अमृत काल के दौरान हमारे वन्यजीव संरक्षण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना! मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 17 सितंबर 2022 को भारत लाए गए चीतों में से एक के चार शावकों का जन्म हुआ है।
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक शानदार खबर आई है। दरअसल, नामीबिया से लाई गई मादा चीता ने 4 बच्चों को जन्म दिया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर दी। अपने ट्वीट में भूपेंद्र यादव ने लिखा कि बधाई हो भारत! अमृत काल के दौरान हमारे वन्यजीव संरक्षण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना! मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 17 सितंबर 2022 को भारत लाए गए चीतों में से एक के चार शावकों का जन्म हुआ है।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं प्रोजेक्ट चीता की पूरी टीम को भारत में चीतों को वापस लाने के उनके अथक प्रयासों और अतीत में की गई एक पारिस्थितिक गलती को सुधारने के उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपकी प्रेरणा और सफल प्रयासों से चीता की सुखद वापसी भारत में हुई है। मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना है। आज कूनो नेशनल पार्क में चीता परिवार में चार नये शावकों के आगमन से हम समस्त मध्यप्रदेशवासी हर्षित एवं आनंदित हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत आनंददायी है कि कूनो में चीता परिवार बढ़ रहा है। वन विभाग, कूनो नेशनल पार्क, स्थानीय प्रशासन के सफल प्रबंधन से सुखद परिणाम मिले हैं।
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यह पूरे भारत वर्ष के लिए खुशी की खबर है। इसके साथ ही भारत में सीटों की संख्या बढ़ेगी। 1952 में देश से चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था। हालांकि लगातार भारत सरकार की ओर से एक बार फिर से चीतों को लेकर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे थे। लगभग 7 दशकों के बाद चीतों को अफ्रीकी देशों से भारत लाया गया। जिस माता चीते ने बच्चों को जन्म दिया है, उसे कूनो की नेशनल पार्क में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा छोड़ा गया था। उस दिन 8 अफ्रीकन चीते लाए गए थे जिसमें 3 और 5 मादा शामिल थे। हालांकि पिछले दिनों एक मादा चीते की मौत हो चुकी है। भारत आने से पहले ही वह कई तरह की बीमारियों से ग्रसित थी। दावा किया गया है कि मादा चीता साशा किडनी संक्रमण से पीड़ित थी।
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