लोकतांत्रिक सरकारें कर रही हैं लोकतंत्र की क्रूर हत्या: शैलेन्द्र कुमार मिश्र
लोकतांत्रिक प्रणाली पर हमला व्यवस्था के पोषकों के लिए हितकर नहीं : डॉक्टर सैनी सत्याग्रह संकल्प में बैठे जिला अध्यक्ष बृज राज सैनी ने कहा कि जनहित के मुद्दे पर किए जा रहे सत्याग्रह संकल्प के 11 वें दिन भी शासन-प्रशासन की खामोशी व उपेक्षा शासन के ऑन द स्पॉट कार्यशैली को मुंह चिढ़ाते नजर आ रही।
गोरखपुर। तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा क्रमिक धरने के दौरान जिला प्रशासन की उपेक्षा को देखते हुए संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने कहा कि लोकतांत्रिक सरकारों द्वारा लोकतांत्रिक व्यवस्था की क्रूर हत्या करने का अपराध किया जा रहा है। जिसका आंकलन मंडलायुक्त/अध्यक्ष विकास प्राधिकरण गोरखपुर मंडल गोरखपुर के कार्यालय पर पूर्व सूचना के अनुरूप दिनांक 13 जुलाई 2021 से जनहित के मुद्दे पर किए जा रहे सत्याग्रह संकल्प से संबंधित 24 सूत्री ज्ञापन मे उल्लिखित तथ्यों के अवलोकन से किया जा सकता है। उक्त बातें शैलेंद्र मिश्र ने भ्रष्ट लोकसेवकों के विरुद्ध सत्याग्रह संकल्प के ग्यारहवें दिन कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा।
इसे भी पढ़ें: मिशन 2022 के मोड में भाजपा, युवा मोर्चा के कार्यकर्ता है पार्टी का भविष्य: धर्मेंद्र सिंह
जिला अध्यक्ष बृज राज सैनी ने कहा कि जनहित के मुद्दे पर किए जा रहे सत्याग्रह संकल्प के 11 वें दिन भी शासन-प्रशासन की खामोशी व उपेक्षा शासन के ऑन द स्पॉट कार्यशैली को मुंह चिढ़ाते नजर आ रही है। ऐसे में यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि व्यवस्था के पोषक लोक कल्याणकारी नीतियों के विपरीत गैर लोकतांत्रिक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं जो व्यवस्था के पोषकों के लिए शुभ संकेत नहीं। उक्त के क्रम में वरिष्ठ कार्यकर्ता वीरेंद्र कुमार वर्मा व राम चंद्र दूबे ने संयुक्त रूप से कहा कि लोक कल्याणकारी मुद्दों को नजर अंदाज करना अंग्रेजी हुकूमत के पद चिन्हों पर चलना प्रतीत हो रहा है। जिसके विरुद्ध जन आंदोलन को हवा देना संगठन की विवशता है। बेहतर होगा कि समय से पूर्व व्यवस्था के पोषक अपनी चिर निद्रा से जगे अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे।
महानगर अध्यक्ष संतोष गुप्ता एवं संजय गुप्ता ने संयुक्त रूप से कहा कि व्यवस्था के पोषक अपने तानाशाही रवैया से बाज आएं और लोकहित में संगठन द्वारा उठाए गए 24 सूत्रीय जनहित के मुद्दों को तत्काल व्यवहारिक स्वरूप दें। अन्यथा इतिहास गवाह है कि जन आंदोलन को नजरअंदाज करने वाले तानाशाहों के ताजो तख़्त धराशाई हो गए हैं। यह संगठन की चेतावनी नहीं है बल्कि व्यवस्था के पोषकों को चिर निद्रा से आत्मसात कराने की पहल है। अन्यथा संगठन मंगलवार को विकास प्राधिकरण गोरखपुर व जिला प्रशासन की उपेक्षात्मक,क्रियाकलापों के विरुद्ध प्रतीकात्मक प्रतिकार व्यक्त करते हुए शासकीय तंत्र का ध्यान आकृष्ट कराते हुए 25 सूत्रीय ज्ञापन मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को देगा और क्रमिक धरना मांगे पूरी ना होने तक मंडला आयुक्त/अध्यक्ष विकास प्राधिकरण गोरखपुर मंडल गोरखपुर के कार्यालय पर जारी रहेगा।
इसे भी पढ़ें: परिषदीय अनुदेशक कल्याण एशोसिएशन ने किया नवागत बीएसए का स्वागत
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, प्रदेश सचिव उ.प्र. व राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप मिश्रा, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपुल मिश्रा, प्रदेश आई.टी. सेल प्रभारी अमरजीत यादव, आईटी सेल सदस्य धर्मराज यादव, दुर्गेश यादव, दिनेश यादव, वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, वरिष्ठ वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश शुक्ला कमिश्नरी बार गोरखपुर, अनूप कुमार मिश्रा एडवोकेट स्नेहा मिश्रा एडवोकेट दीवानी कचहरी गोरखपुर विरेन्द्र कुमार वर्मा, विरेन्द्र राय, जिला मंत्री रामचन्दर दूबे, जिला संयोजक राजमंगल गौर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, महानगर अघ्यक्ष संतोष गुप्ता, गोकुल गुप्ता जनपद कुशीनगर सूर्य देव शर्मा, सतीश कुशवाहा, अजय, जाहिद अली, मजहर उर्फ लाड़ले, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, अमर सिंह, अजय कुमार सिंह, उमाशंकर मझवार, विनोद एडवोकेट कमिश्नर ई बार गोरखपुर शंभू सिंह श्रीनेत, दुर्ग विजय गौड़ एडवोकेट दिवानी बार गोरखपुर संजय गुप्ता, रुपेश शुक्ला, श्याम जी मद्धेशिया, महेंद्र मोहन तिवारी, सतीश चन्द्र कुशवाहा, राजकुमार यादव, और जय बहादुर इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
अन्य न्यूज़