आजम खान के साथ योगी सरकार का सुलूक निंदनीय: मिन्नत गोरखपुरी
मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि योगी सरकार राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए नियम कानून को भी ताक पर रख दे रही है। मौजूदा संसद सदस्य होने के बाद भी बिना पूरी तरह स्वस्थ हुए उन्हें अस्पताल से जेल शिफ्ट करने की ऐसी कौन सी जल्दी थी।
गोरखपुर। गोरखपुर शहर के समाजसेवी, साहित्यकार, लेखक, शायर एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ-भारत ईजीनियर मोहम्मद मिन्ननतुल्लाह "मिन्नत गोरखपुरी" ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जौहर विश्वविद्यालय के संस्थापक सांसद आजम खान की तबीयत फिर से बिगड़ गई है। ऑक्सीजन लेवल डाउन होने की वजह से उन्हें फिर से सीतापुर जेल से मेदांता अस्पताल लखनऊ भेजा गया है। अभी हफ्ते भर भी नहीं गुजरा जब उन्हें अस्पताल से जेल में शिफ्ट किया गया था। मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि योगी सरकार राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए नियम कानून को भी ताक पर रख दे रही है। मौजूदा संसद सदस्य होने के बाद भी बिना पूरी तरह स्वस्थ हुए उन्हें अस्पताल से जेल शिफ्ट करने की ऐसी कौन सी जल्दी थी। आखिर उत्तर प्रदेश सरकार राजनीतिक बदले में और कितना गिरेगी? मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि मैं आजम खान के साथ हो रहे इस राजनैतिक उत्पीड़न का पुरजोर विरोध करता हूं और सरकार से अपील करता हूं कि आजम खान का समुचित इलाज कराया जाये।
राष्ट्रीय प्रवक्ता मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि इतना जुल्म तो कभी किसी सरकार में किसी नेता पर भी नहीं होता था। जितना नजर अंदाज वर्तमान सरकार के नेता दूसरे पार्टी के नेताओं पर कर रहे हैं कभी आम जनता पर तो कभी अपने विपक्षी पार्टी के नेताओं पर यह उचित नहीं है। मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि मैं समाजसेवी हूं मैं किसी पर जुल्म नहीं होने दूंगा चाहे उसका संबंध किसी राजनैतिक पार्टी से हो या फिर कोई आम आदमी ही हो।
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