बाघों के पर्यावास की सुरक्षा के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं: हर्षवर्द्धन
![Government has taken several steps to protect the habitat of tigers says Harshvardhan Government has taken several steps to protect the habitat of tigers says Harshvardhan](https://images.prabhasakshi.com/2018/7/_650x_2018073008465599.jpg)
भारत ने बाघ सफारी के लिए दिशानिर्देश लाने, पारिस्थितिक पर्यटन के दबाव को कम करने तथा इसके पर्यावासों की सुरक्षा करने और इसकी आबादी को बचाने सहित कई उपाय किए हैं।
नयी दिल्ली। भारत ने बाघ सफारी के लिए दिशानिर्देश लाने, पारिस्थितिक पर्यटन के दबाव को कम करने तथा इसके पर्यावासों की सुरक्षा करने और इसकी आबादी को बचाने सहित कई उपाय किए हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा, ‘‘भारत उन कुछ देशों में शामिल है जहां बाघों का प्राकृतिक पर्यावास है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बाघ देश की विरासत का हिस्सा हैं और विश्व तथा आगामी पीढ़ी के लिए बाघों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।’’ अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया कि भारत ने बाघ सफारी के लिए दिशानिर्देश लाने, पारिस्थितिक पर्यटन के दबाव को कम करने तथा इसके पर्यावासों की सुरक्षा करने और इसकी आबादी को बचाने सहित कई उपाय किए हैं।
अंतिम बाघ गणना के अनुसार भारत में 2,226 बाघ हैं और दुनियाभर के बाघों की संख्या के 70 फीसदी बाघ भारत में पाये जाते हैं ।पटना में भारी बारिश के कारण एनएमसीएच में पानी भरा, आईसीयू में पानी में तैर रही हैं मछलियांपटना, 29 जुलाई (भाषा) पटना में पिछले दो दिनों से हुई भारी बारिश के कारण यहां के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के कुछ वार्ड सहित आईसीयू में पानी भर गया है।एनएमसीएच के अधीक्षक डा0 चंद्रशेखर ने आज बताया कि जलजमाव के मद्देनजर औषधि विभाग के गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती मरीजों को सर्जिकल वार्ड के आईसीयू में स्थानांतरित किया गया है तथा पंप की मदद से पानी निकासी का काम लगातार जारी है।
एनएमसीएच के परिसर, वार्डों और आईसीयू में करीब घुटने तक जलभराव के कारण वहां कार्यरत अस्पताल कर्मियों के साथ मरीजों के अभिभावकों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।एनएमसीएच में भर्ती एक मरीज के अभिभावक ने कहा कि अगर आगे भी यहीं स्थिति बनी रही तो वे भी बीमार पड जाएंगे।एनएमसीएच के आईसीयू वार्ड की एक नर्स ने भी जलभराव के कारण मरीजों के इलाज में हो रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम भी बीमार पड जाएंगे। आप यहां हुए जलभराव में मछली के तैरने के साथ कभी कभी बिच्छु और सांप भी तैरते हुए पा सकते हैं।’’ इस बाबत जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से संपर्क साधा गया तो उनका फोन उठाने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह पार्टी कार्य से शिमला गए हुए हैं।
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