ज्यादातर भारतीयों की राय, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के फैसले पर पुनर्विचार करे सरकार : सर्वे

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नागर विमानन मंत्रालय द्वारा जारी ताजा अधिसूचना के अनुसार, भारत के लिए और भारत से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 दिसंबर, 2021 से फिर से शुरू होंगी। वही14 देशों को जोखिम श्रेणी के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

मुंबई| कोविड-19 के नए वैरिएंट की चिंता के बीच ज्यादातर भारतीय चाहते हैं कि सरकार 15 दिसंबर से भारत आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों के परिचालन की अनुमति के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करे। एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।

यह सर्वेक्षण सरकार के अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने के निर्णय के तुरंत बाद किया गया है।

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भारत आने-जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कोविड-19 महामारी के कारण मार्च, 2020 से ही बंद हैं।

ऑनलाइन मंच लोकलसर्किल द्वारा किये गए सर्वेक्षण में 72 प्रतिशत भारतीय को कहना है कि सरकार को बोर्डिंग के साथ अधिक जोखिम वाले देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट को अनिवार्य करना चाहिए।

लोकलसर्किल के अनुसार, सर्वेक्षण में 64 प्रतिशत भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के सरकार के निर्णय को लेकर कहा है कि सुरक्षित रहना ‘खेद’ महसूस करने से बेहतर है।

वहीं 25 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करना महत्वपूर्ण है। इसके आलावा सर्वेक्षण में 11 प्रतिशत लोगों ने इस मामले पर अपनी कोई राय व्यक्त नहीं की।

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नागर विमानन मंत्रालय द्वारा जारी ताजा अधिसूचना के अनुसार, भारत के लिए और भारत से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 दिसंबर, 2021 से फिर से शुरू होंगी। वही14 देशों को जोखिम श्रेणी के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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