आईएफएस विनय मोहन क्वात्रा नए विदेश सचिव होंगे, हर्षवर्धन श्रृंगला का लेंगे स्थान
विनय मोहन क्वात्रा हर्षवर्धन श्रृंगला का स्थान लेंगे, जो इसी महीने सेवानिवृत्त होने वाले हैं। ऐसे वक्त में विनय मोहन क्वात्रा विदेश सचिव का प्रभार संभालेंगे जब रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर चुनौतियां बनी हुई हैं। विदेश सेवा में विनय मोहन क्वात्रा का अब तक 32 साल से अधिक का कार्यकाल रहा है।
नयी दिल्ली। भारत सरकार ने आईएफएस विनय मोहन क्वात्रा को विदेश सचिव नियुक्त किया है। वर्तमान में विनय मोहन क्वात्रा नेपाल में भारतीय राजदूत के पद पर कार्यरत हैं। आपको बता दें कि विनय मोहन क्वात्रा प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधानमंत्री मोदी की टीम के साथ संयुक्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं।
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The government of India appoints IFS Vinay Mohan Kwatra as the Foreign Secretary.
— ANI (@ANI) April 4, 2022
He is currently serving as India's envoy to Nepal. pic.twitter.com/xQ89PhNlnn
विनय मोहन क्वात्रा हर्षवर्धन श्रृंगला का स्थान लेंगे, जो इसी महीने सेवानिवृत्त होने वाले हैं। ऐसे वक्त में विनय मोहन क्वात्रा विदेश सचिव का प्रभार संभालेंगे जब रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर चुनौतियां बनी हुई हैं। विदेश सेवा में विनय मोहन क्वात्रा का अब तक 32 साल से अधिक का कार्यकाल रहा है।
वर्ष 2020 में नेपाल में राजदूत नियुक्त किए जाने से पहले विनय मोहन क्वात्रा ने अगस्त 2017 से फरवरी 2020 तक फ्रांस में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया। उन्होंने 32 वर्षों की अपनी सेवा के दौरान अक्टूबर 2015 से अगस्त 2017 के बीच दो वर्षों के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में संयुक्त सचिव का पद भी संभाला। क्वात्रा ने जुलाई 2013 और अक्टूबर 2015 के बीच विदेश मंत्रालय के नीति नियोजन और अनुसंधान डिवीजन का नेतृत्व किया और बाद में विदेश मंत्रालय में अमेरिका डिवीजन के प्रमुख के रूप में कार्य किया, जहां वह अमेरिका और कनाडा के साथ भारत से जुड़े विषयों को देखते थे।
क्वात्रा ने 2003 और 2006 के बीच काउंसलर के रूप में और बाद में भारतीय दूतावास, बीजिंग, चीन में मिशन के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया। सेवा में शामिल होने के बाद उन्होंने 1993 तक जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन में तीसरे सचिव और फिर दूसरे सचिव के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने फ्रेंच सीखने के अलावा संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों के साथ मानवाधिकार आयोग से संबंधित काम संभाला। इस अवधि के दौरान, उन्होंने जिनेवा में ‘ग्रेजुएट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज’ से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में डिप्लोमा भी प्राप्त किया।
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