मिलिंद देवड़ा को भी आ चुका है दो बार आत्महत्या का ख्याल, इससे बचने के बताए उपाय
अवसाद को मानसिक बीमारी कहना उचित समझाने वाले मिलिंद ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि 16-17 साल की उम्र में वो आत्महत्या जैसे विचारों का सामना कर चुके हैं। यह समय बहुत ज्यादा भयावह था।
मुंबई। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब एक-एक करके फिल्म जगत से लेकर राजनीतिक लोग अवसाद को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दर्ज करा रहे हैं। इसी बीच पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने एक चौंका देने वाला खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उन्हें भी आत्महत्या करने का ख्याल आया था, वो भी उस वक्त जब वो सांसद थे। आपको बता दें कि 32 साल की उम्र में मिलिंद देवड़ा लोकसभा सांसद चुने गए थे और उन्होंने साल 2004 से लेकर 2014 तक दो बार दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया है।
अवसाद को मानसिक बीमारी कहना उचित समझाने वाले मिलिंद ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि 16-17 साल की उम्र में वो आत्महत्या जैसे विचारों का सामना कर चुके हैं। यह समय बहुत ज्यादा भयावह था क्योंकि वो उस वक्त यह नहीं समझ पा रहे थे कि उनके साथ क्या गलत हुआ है। मिलिंद देवड़ा ने आगे कहा कि दूसरी बार साल 2006-07 में जब मैं सांसद था तो दोबारा भी ऐसे ही ख्याल आए।
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मिलिंद ने आगे कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि जो लोग असफल होते हैं उनको यह समस्या नहीं होती है। इस मानसिक बीमारी से किसी को भी जूझना पड़ सकता है। हालांकि इस समस्या के बाद उन्होंने दुख के साथ जीना सीख लिया था। उन्होंने ट्वीट करके पांच ऐसे तरीके बताए जो ऐसे समय में लोगों को निकलने में मददगार साबित हो सकते हैं।
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- आप अपने परिवार, दोस्त, सहकर्मियों, परिचितों से मिलें। आप जितना जानते हैं लोग उससे कहीं ज्यादा आपको चाहते हैं।
- अवसाद किसी को भी हो सकता है। वह उम्र, लिंग, आर्थिक स्थिति, सफलता पर निर्भर नहीं करता। ऐसे में काउंसलिंग लेने से ना कतराएं।
- अपने भीतर के शैतान से लगातार लड़ना पड़ता है इसलिए कभी हार नहीं माननी चाहिए।
- जिंदगी खूबसूरत है। आगे निकलने की होड़ में मत फंसिए, हमेशा वो करिए जिसमें आपको खुशी मिलती हो। म्यूजिक, खाना, यात्रा, काम और अपने खास लोगों को चुनिए। जिंदगी को चुनिए।
- सबसे जरूरी बात यह है कि आप खुद से प्यार करिए।
My own experience with suicidal thoughts, first as a teen & even as an MP, taught me to live with the blues. Sharing 5 effective coping tools... pic.twitter.com/yMiVfAgC9U
— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) June 14, 2020
आत्महत्या के ख्याल से खुद को दूर रखने के लिए मिलिंद देवड़ा ने पांच असरदारी तरीकों के बारे में बताया। जरूर इन तमाम बिंदुओं पर गौर किया जाना चाहिए। क्योंकि जीवन बहुत ज्यादा बहुमूल्य है। हालांकि मिलिंद देवड़ा ने आत्महत्या के ख्यालों के पीछे की वजह क्या थी इस विषय पर कोई जानकारी साझा नहीं की लेकिन उन्होंने इस ख्याल से बाहर आने के तरीकों के बारे में ट्विटर पर जरूर लिखा।
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