हरियाणा ने अंतर-राज्यीय बसें चलाने का निर्णय वापस लिया

Haryana

विज ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि बहुत सारे लोगों की जांच करना या उन्हें पृथकवास में रखना मुमकिन नहीं है। उन्होंने रेखांकित किया कि दिल्ली जैसे कुछ पड़ोसी राज्यों में कोरोना वायरस के मामले ज्यादा हैं। उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि हमें अंतरराज्यीय बसों को नहीं चलाना चाहिए।

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने बुधवार को अंतर-राज्यीय बसें चलाने का फैसला वापस ले लिया, लेकिन कहा कि राज्य के भीतर बस सेवा चलती रहेगी। गृह मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी और उन्हें बताया कि यात्रियों पर नजर रखने में मुश्किल होगी, क्योंकि लोग एक राज्य से दूसरे राज्य में यात्रा करेंगे तो इससे कोरोना वायरस के फैलने की आशंका है। विज के पास ही स्वास्थ्य मंत्रालय का भी प्रभार है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, मैंने यहां मुख्यमंत्री से मुलाकात की और मैंने मंगलवार को भी उन्हें पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि हम अंतर-राज्यीय बसें चलाने के लिए तैयार नहीं हैं। 

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विज ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि बहुत सारे लोगों की जांच करना या उन्हें पृथकवास में रखना मुमकिन नहीं है। उन्होंने रेखांकित किया कि दिल्ली जैसे कुछ पड़ोसी राज्यों में कोरोना वायरस के मामले ज्यादा हैं। उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि हमें अंतरराज्यीय बसों को नहीं चलाना चाहिए। मैंने उन्हें यह भी बताया कि सिर्फ दिल्ली में बहुत से मामले हैं। हम कैसे संक्रमण से निपटेंगे और उसे रोकेंगे। विज ने कहा, वह (मुख्यमंत्री) मेरे सुझाव से सहमत हुए और अब हरियाणा, अंतर-राज्यीय बसें नहीं चलाएगा। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में राज्य के परिवहन विभाग को जरूरी निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के भीतर हरियाणा रोडवेज की बसें चलना जारी रहेंगी। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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