शशि थरूर ने ट्रोलर्स को पढ़ाया महात्मा गांधी का पाठ, बोले- आडवाणी और मोदी को देता रहूंगा जन्मदिन की बधाई
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि मैं लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देना जारी रखना चाहता हूं, इसके बावजूद कि वो हमारे राजीनितक विरोधी हैं। मेरा 40 साल का लेखन यह स्पष्ट करता है कि मैं किसमें विश्वास करता हूं। केवल वे लोग जिन्होंने मुझे नहीं पढ़ा है, वो ही मुझे संघी कहेंगे।
नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्रोलर्स के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि वो ही लोग मुझे संघी कह सकते हैं, जिन्होंने मुझे नहीं पढ़ा है। दरअसल, शशि थरूर ने 8 नवंबर को भाजपा के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी को उनके 94वें जन्मदिन की बधाई दी। जिसके बाद ट्रोलर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया था। जिस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया है।
इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने लाल कृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं
शशि थरूर ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी जी को मेरे द्वारा दी गई जन्मदिन की बधाई पर मिली टिप्पणियों से स्तब्ध हूं। क्या हमारे राजनीतिक प्रवचन से सभ्यता पूरी तरह से गायब हो गई है? गांधीजी ने हमें अपने राजनीतिक विरोधियों में मानवता की कद्र और सम्मान करना सिखाया। ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसा करना अब मुझे संघी हमदर्द बना देता है!
I am frankly appalled by the vicious backlash against my birthday greetings toLK Advaniji. Has civility disappeared entirely from our political discourse?Gandhiji taught us to respect&honour the humanity in our political opponents. It seems that now makes me a Sanghi sympathiser!
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 11, 2021
गांधीवादी शब्द हैं अच्छाई और बुराई
उन्होंने आगे कहा कि वास्तव में गांधीजी ने हमें पाप से लड़ना सिखाया लेकिन पापी से प्रेम करो। अहिंसा प्रेम की एक सकारात्मक अवस्था है, यहां तक कि बुराई करने वाले का भी भला करने की। जबकि अच्छाई और बुराई गांधीवादी शब्द हैं जिनका मैं आसानी से उपयोग नहीं कर सकता, मैं दोनों तरफ असहिष्णुता की निंदा करता हूं।
बधाई देना नहीं छोडूंगा
उन्होंने कहा कि मैं लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देना जारी रखना चाहता हूं, इसके बावजूद कि वो हमारे राजीनितक विरोधी हैं। मेरा 40 साल का लेखन यह स्पष्ट करता है कि मैं किसमें विश्वास करता हूं। केवल वे लोग जिन्होंने मुझे नहीं पढ़ा है, वो ही मुझे संघी कहेंगे। मैं उनके लिए अपने मूल्यों को नहीं छोडूंगा।
So yes, I intend to continue to wish LK Advani & @narendramodi well on their birthdays, while opposing what they stand for politically. My 40 years of writing makes clear what I believe in. Only those who haven’t read me would call me a Sanghi. My values won’t be discarded 4them.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 11, 2021
अन्य न्यूज़