बादल दोषी पाये गये तो सलाखों के पीछे जाएंगे: अमरिंदर सिंह
पंजाब सरकार ने 2015 में कोटकापुरा और बेहबल खां में बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं की जांच के लिए एसआईटी बनाई थी।
जीरा (पंजाब)। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अकाली दल-भाजपा सरकार के दौरान धार्मिक पुस्तकों की बेअदबी जानबूझकर सांप्रदायिक आधार पर वोट बांटने के लिए कराई जाती थी और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल समेत सभी को अपने ‘जुर्मों’ की सजा भुगतनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग ने बादल परिवार के दबाव में पुलिस महानिरीक्षक कुंवर विजय प्रताप का तबादला किया और इसके लिए केंद्र सरकार के जरिये प्रयास किये गये। उन्होंने कहा कि प्रताप को विशेष जांच दल (एसआईटी) में वापस लाया जाएगा।
Overwhelmed by your love and support today in Fazilka. The public support in favour of @INCIndia candidate Sher Singh Ghubaya will ensure the win of humbleness over arrogance in Ferozepur. pic.twitter.com/y1j1xuvoZN
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) May 7, 2019
पंजाब सरकार ने 2015 में कोटकापुरा और बेहबल खां में बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं की जांच के लिए एसआईटी बनाई थी। अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार जसबीर सिंह डिंपा के समर्थन में यहां दाना मंडी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर प्रकाश सिंह बादल दोषी पाये जाते हैं, तो वह सलाखों के पीछे जाएंगे।’’
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उन्होंने अकाली प्रमुख के लिए कहा, ‘‘आप क्या सोचते हो कि अपनी करतूतों के नतीजों से कब तक खुद को बचा लोगे।’’ सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में पवित्र पुस्तकों की बेअदबी का एक भी मामला सामने नहीं आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए अमरिंदर ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर वह दोबारा प्रधानमंत्री बन गये तो देश को पूरी तरह बर्बाद कर देंगे।
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