अगर किसानों का हित प्रभावित हुआ तो मुख्यमंत्री पद पर एक मिनट भी नहीं रहूंगा: येदियुरप्पा
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । May 15 2020 9:17PM
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, हमारा सिद्धांत पहले किसान है। विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद, राज्य कैबिनेट ने बृहस्पतिवार को इस अध्यादेश को मंजूरी दी थी, जिसके बारे में सरकार का दावा है कि किसानों की बाजार पहुंच को आसान बनाने के मकसद से यह सुधार किया गया है।
बेंगलुरु। कृषि उपज मंडी समितियों की शक्तियों को कम करने से जुड़े सरकार के अध्यादेश का बचाव करते हुए, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने किसानों के नाम पर पद और गोपनीयता की शपथ ली है और यदि उनका हित प्रभावित हुआ तो वह एक मिनट भी मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रहेंगे। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, हमारा सिद्धांत पहले किसान है। विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद, राज्य कैबिनेट ने बृहस्पतिवार को इस अध्यादेश को मंजूरी दी थी, जिसके बारे में सरकार का दावा है कि किसानों की बाजार पहुंच को आसान बनाने के मकसद से यह सुधार किया गया है।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुये येदियुरप्पा ने कहा कि संशोधित कानून से निश्चित तौर पर किसानों को लाभ होगा। इसके अलावा उनकी आय बढेगी और घाटा कम होगा। उन्होंने कहा, मेरी सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य बाजार के उतार-चढ़ाव से किसानों की सुरक्षा है।इस सुधार से 2022 तक किसानों की आये दोगुनी करने का लक्ष्य है... जो प्रधानमंत्री का सपना है। विपक्षी दलों ने एक सुर में इस अध्यादेश का विरोध किया था और आंदोलन करने की धमकी दी थी और कहा था क इससे किसानों के हित प्रभावित होंगे। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि इस अध्यादेश से बड़ी निजी कंपनियों की मदद होगी।A relief of ₹5000 will be given to 10 lakh Maize farmers in the state. In recognition of their service 42,500 ASHA workers in the state will be given an allowance of ₹3000. It has also been decided to provide ₹5000 if there is death of cattle due to natural calamities. (2/2)
— B.S. Yediyurappa (@BSYBJP) May 15, 2020
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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