आतंकवाद से निपटना महत्वपूर्ण साझा लक्ष्य: पर्रिकर
रक्षा मंत्री पर्रिकर ने भारत के पड़ोस से चरमपंथ को मिटाने के लिए नयी दिल्ली के प्रयासों में मिल रहे अमेरिकी सहयोग की सराहना की है और कहा है कि आतंकवाद से मुकाबला साझा लक्ष्य है।
वाशिंगटन। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भारत के पड़ोस से चरमपंथ को मिटाने के लिए नयी दिल्ली के प्रयासों में मिल रहे अमेरिकी सहयोग की सराहना की है और कहा है कि आतंकवाद से मुकाबला भारत और अमेरिका का एक महत्वपूर्ण साझा लक्ष्य है। पर्रिकर ने सोमवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने आतंकवाद से निपटने के मामले में अपना सहयोग जारी रखने का संकल्प लिया है। हमारे स्वतंत्र एवं विविध समाज शांति के प्रति प्रतिबद्ध हैं, जैसा कि अमेरिका ने दिखाया है कि आतंकवाद के मामले में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो ताकतें हमारी तरक्की और जीवन जीने के हमारे तरीकों को कमजोर करने की कोशिश करती हैं, उन्हें हमारी ओर से समग्र एवं कड़ा जवाब दिए जाने की आवश्यकता है। हम भारत के पड़ोस से आतंकवाद के खात्मे के हमारे प्रयासों में अमेरिका की ओर से मिल रहे सहयोग की सराहना करते हैं।’’
पर्रिकर ने कहा, ‘‘मैं और रक्षा मंत्री कार्टर इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद से निपटना एक महत्वपूर्ण साझा लक्ष्य है। भारत और अमेरिका के बीच की साझेदारी हमारे साझा मूल्यों और हितों पर आधारित है। इसे इस साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी कांग्रेस के उत्साह ने रेखांकित कर दिया था।’’
एक सवाल के जवाब में कार्टर ने संभवत: पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के संदर्भ में कहा कि न सिर्फ भारतीय नागरिक, बल्कि भारतीय सेना भी आतंकवाद से पीड़ित रही है। कार्टर ने कहा कि आतंकवाद से लड़ाई उन अभियानों में से एक है, जिन पर हम सहयोग करते हैं। हम किसी भी अन्य को या हमें प्रभावित करने वाले आतंकवाद का विरोध करते हैं। निश्चित तौर पर यह भारतीय लोगों के खिलाफ रचे गए आतंकी कृत्यों के बारे में भी सच है। यहां मुझे भारतीय सेना के खिलाफ रची गई आतंकी साजिशों का भी जिक्र करना चाहिए।
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