भारत और भूटान के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे: सुषमा स्वराज

India and Bhutan''s relations have come true for time: Sushma Swaraj
[email protected] । Feb 21 2018 5:52PM

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पिछले पांच दशकों से भी अधिक समय से भारत और भूटान के विशेष संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, साथ ही हमारे समक्ष यह प्रदर्शित करने का अवसर है कि इस अनोखे गठजोड़ को और प्रगाढ़ कैसे बनाया जा सकता है ।

नयी दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पिछले पांच दशकों से भी अधिक समय से भारत और भूटान के विशेष संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, साथ ही हमारे समक्ष यह प्रदर्शित करने का अवसर है कि इस अनोखे गठजोड़ को और प्रगाढ़ कैसे बनाया जा सकता है। भारत और भूटान के राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक विशेष समारोह में सुषमा स्वराज ने यह बात कही। विदेश मंत्री ने कहा कि यह संयोग है कि आज के ही दिन भूटान नरेश का जन्मदिन भी है।

इस अवसर पर समारोह में भूटान के विदेश मंत्री ल्योनोपो दामचो दोरजी और भारत में भूटान के राजदूत जनरल वी नामग्याल भी मौजूद थे ।सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत और भूटान करीबी मित्र और सहयोगी है और भूटान द्वारा आर्थिक विकास एवं लोगों की खुशहाली के लिये किये गए कार्यो को देख हम हर्षित हैं। ‘‘हम राष्ट्र निर्माण में भूटान के प्रयासों में सही अर्थो में सहयोगी हैं।’’

उल्लेखीय है कि भारत और भूटान के राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर यह कार्यक्रम ऐसे समय में आयोजित हुआ है जब डोकलाम में कुछ समय पहले भारत और चीन के बीच गतिरोध समाप्त हुआ था और एक बार फिर चीनी पक्ष की ओर से वहां हलचल की खबरें आ रही हैं। सुषमा ने कहा, ‘‘हम भूटान के साथ अपने विशेष और अभूतपूर्व संबंधों का गौरव करते हैं जो साझे मूल्यों एवं आकांक्षाओं तथा आपसी विश्वास एवं सम्मान की भावना पर आधारित है। यह दोनों देशों के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक सम्पर्को के कारण विशिष्ठ है।’’ 

विदेश मंत्री ने गुवाहाटी में भूटान का वाणिज्य दूतावास खोले जाने का भी जिक्र किया और कहा कि इससे दोनों देशों के सम्पर्क तथा सहयोग और मजबूत बनेंगे भूटान के विदेश मंत्री ल्योनोपो दामचो दोरजी तीन दिन की यात्रा पर यहां पहुंचे। दोरजी की इस यात्रा में दोनों पक्षों के बीच रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को गहरा करने के तरीकों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। भूटान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा से दो सप्ताह पहले ही भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, विदेश सचिव विजय गोखले तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अचानक भूटान का दौरा किया था और डोकलाम में हालात सहित विभिन्न रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की थी। सूत्रों ने बताया कि दोरजी की यात्रा के दौरान भूटान में भारत की सहायता से चलने वाली विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन सहित सभी बड़े द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होगी।

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