लंबे समय तक आयातित हथियारों पर निर्भर नहीं रह सकता भारत: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने रक्षा क्षेत्र में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने, औद्योगिक लाइसेंस देने की प्रक्रिया को उदार बनाने के लिए कदम उठाए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत लंबे समय तक आयातित हथियारों पर निर्भर नहीं रह सकता। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने रक्षा क्षेत्र में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने, औद्योगिक लाइसेंस देने की प्रक्रिया को उदार बनाने के लिए कदम उठाए हैं।
Defence Minister Rajnath Singh in Delhi: I invite private sector for active participation in defence industry. Our target is to make defence industry worth USD 26 billion by 2025. We are open to new ideas and committed to explore the participation of private sector. pic.twitter.com/SxeSlGfp0N
— ANI (@ANI) October 4, 2019
उन्होंने रक्षा उद्योग में सक्रिय भागीदारी के लिए निजी क्षेत्र को आमंत्रित करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य 2025 तक रक्षा उद्योग को 26 बिलियन अमरीकी डालर बनाना है। हम निजी क्षेत्र की भागीदारी के साथ नए कार्यों को करने के लिए प्रतिपद्ध हैं।
Rajnath Singh: When I took the responsibility of Defence Ministry, I was told that it is like a fort which nobody wants to enter. There are so many big proposals related to business, Ministers should stay away from it and play safe. Rajnath Singh does not worry about such things. https://t.co/eUJEXsiCRE pic.twitter.com/R6VLxF0TeS
— ANI (@ANI) October 4, 2019
इसके बाद राजनाथ ने कहा कि जब मैंने रक्षा मंत्रालय की ज़िम्मेदारी ली, तो मुझे बताया गया कि यह एक किले की तरह है जिसमे कोई भी प्रवेश नहीं करना चाहता। व्यापार से संबंधित बहुत सारे बड़े प्रस्ताव हैं, मंत्रियों को इससे दूर रहकर सुरक्षित खेलना चाहिए। लेकिन मैं इन बातों की चिंता नहीं है।
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