भारत को फिलस्तीन और इजरायल के बीच वार्ता की जल्द बहाली की उम्मीद: पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि इस मौके पर ‘‘हमें उम्मीद है कि इजरायली-फिलस्तीनी संघर्ष के व्यापक एवं वार्ता पर आधारित समाधान की दिशा में बढ़ने के लिए फिलस्तीन और इजरायल के बीच वार्ता जल्द बहाल होगी।’’
संयुक्त राष्ट्र। फिलस्तीन के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत को उम्मीद है कि इजरायली-फिलस्तीनी संघर्ष के व्यापक एवं वार्ता पर आधारित समाधान की दिशा में बढ़ने के लिए फिलस्तीन और इजरायल के बीच वार्ता जल्द बहाल होगी। अंतरराष्ट्रीय एकजुटता दिवस के अवसर पर फिलस्तीनी लोगों के लिए अपने संदेश में मोदी ने कहा, ‘‘मैं फिलस्तीनी मुद्दे के प्रति भारत का ठोस समर्थन व्यक्त करना चाहता हूं और इजरायल राष्ट्र के साथ एक संप्रभु, स्वतंत्र एवं एकजुट फिलस्तीन राष्ट्र का शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व स्थापित करने के उनके प्रयासों में फिलस्तीनी लोगों के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित करता हूं।’’
I would be taking part in the G-20 Summit in Argentina from 29th November to 1st December. During the Summit, important issues relating to sustainable development, the global economy, women empowerment would be discussed. https://t.co/jyPvgYQCO3 @g20org
— Narendra Modi (@narendramodi) November 27, 2018
उन्होंने कहा कि इस मौके पर ‘‘हमें उम्मीद है कि इजरायली-फिलस्तीनी संघर्ष के व्यापक एवं वार्ता पर आधारित समाधान की दिशा में बढ़ने के लिए फिलस्तीन और इजरायल के बीच वार्ता जल्द बहाल होगी।’’ मोदी ने कहा कि हालिया वर्षों में भारत और फिलस्तीन के बीच ऐतिहासिक संबंध मजबूत हुए हैं। इस साल फरवरी में उनकी रामल्ला यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली फिलस्तीन यात्रा थी। उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा फिलस्तीन के विकास के लिए भारत की ठोस प्रतिबद्धता की परिचायक थी।’’
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भारत ने फिलस्तीनी छात्रों के लिए वार्षिक छात्रवृति बढ़ाने, एक अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण सहित छह परियोजनाएं शुरू करने और यूएनआरडब्ल्यूए (यूनाइटेड नेशंस रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी फॉर फिलस्तीन रिफ्यूजीज इन दि नियर ईस्ट) में वार्षिक अनुदान में बढ़ोतरी की घोषणा की है। मोदी ने कहा, ‘‘हमारी वित्तीय और तकनीकी सहायता फिलस्तीनी संस्थाओं को मजबूत करने की हमारी ठोस प्रतिज्ञा की अभिव्यक्ति है।’’
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बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा था कि द्वि-राष्ट्र समाधान, जिसमें इजरायल और फिलस्तीन संप्रभु राष्ट्र के तौर पर साथ-साथ रहें, चिरस्थायी शांति का अब भी ‘‘एकमात्र विकल्प’’ है।
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