भारत सतत विकास लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रहा: अकबरुद्दीन
भारत नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार की तेज रफ्तार और दुनिया के सबसे बड़े किफायती आवास कार्यक्रम के तहत 1.1 करोड़ घरों का निर्माण करके सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के अपने राष्ट्रीय प्रयासों की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
संयुक्त राष्ट्र। भारत नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार की तेज रफ्तार और दुनिया के सबसे बड़े किफायती आवास कार्यक्रम के तहत 1.1 करोड़ घरों का निर्माण करके सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के अपने राष्ट्रीय प्रयासों की दिशा में आगे बढ़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने यह बात कही। सतत विकास पर उच्चस्तरीय राजनीतिक मंच में बोलते हुये संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत सतत विकास के 2030 के एजेंडे में शामिल लक्ष्यों की सफलता के वैश्विक प्रयासों में रचनात्मक रूप से शामिल होने की उम्मीद कर रहा है। अकबरुद्दीन ने कहा कि देश मजबूत राजनीतिक प्रतिबद्धता के साथ सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर" आगे बढ़ " रहा है।
विकास लक्ष्यों को लेकर भारत में चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डालते हुये उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कुल 7.2 करोड़ घरों में शौचालय का निर्माण किया गया है कि ताकि दो अक्तूबर 2019 तक देश को खुले में शौच से मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत अपने ऊर्जा के विभिन्न क्षेत्रों में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र पर अधिक ध्यान दे रहा है। खासकर सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र पर। भारत की योजना 2022 तक 175 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने की है , जिसमें 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा शामिल होगी। भारत में इस क्षेत्र में विस्तार की रफ्तार दुनिया में सबसे अधिक है। इसके अलावा , वर्ष 2030 तक , 60 करोड़ भारतीय शहरी इलाकों में रहेंगे और इसके लिए सालाना 70-90 करोड़ वर्गमीटर शहरी क्षेत्र की आवश्यकता होगी। अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत को 2019 तक 1.1 करोड़ घरों का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
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