भारत को 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य पाने के लिए गांवों का विकास जरूरी : शाह

Amit Shah
ANI Photo.

शाह ने कहा कि वह इरमा से इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को उत्तीर्ण होते देख उत्साहित हैं जो ग्रामीण विकास और प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा, ‘‘आप महात्मा गांधी के सपने को साकार करने में मदद कर सकते हैं।

आंणद (गुजरात)|  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि भारत को ‘‘5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था’’ बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए गांवों का विकास आवश्यक है। गुजरात स्थित ग्रामीण प्रबंधन संस्थान (इरमा) के 41वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘मेरा दृढ़ता से मानना है कि देश का विकास इसके गांवों के विकास के बिना संभव नहीं है।’’

इस समारोह में करीब 250 विद्यार्थियों को ग्रामीण प्रबंधन में उपाधि प्रदान की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने कहा था कि हमारे देश की आत्मा गांवों में बसती है और मैं उसे दृढ़ता से मानता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर गांव समृद्ध, आत्मनिर्भर और अच्छी सुविधाओं से युक्त होंगे तो देश भी समृद्ध होगा। यह भारत को आत्मनिर्भर और 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में मदद करेगा।’’

शाह ने कहा कि वह इरमा से इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को उत्तीर्ण होते देख उत्साहित हैं जो ग्रामीण विकास और प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा, ‘‘आप महात्मा गांधी के सपने को साकार करने में मदद कर सकते हैं।

आप अपने निजी विकास के लिए कार्य कर सकते हैं। लेकिन आपको आज यह भी शपथ लेनी होगी कि जब आप उत्तीर्ण होकर बाहर निकलेंगे तो हमारे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कार्य करेंगे।’’ शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा ग्रामीण विकास के लिए किए गए कार्यों को भी रेखांकित किया। समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि ग्रामीण प्रबंधक, ग्रामीण विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की है जो ग्रामीण विकास के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़