मध्यस्थता का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनने के लिए माहौल बनाए भारत: न्यायमूर्ति सीकरी
उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अर्जन कुमार सीकरी ने बुधवार को कहा कि वाणिज्यिक विवादों का जल्द से जल्द हल और लागत प्रभावी समाधान जरूरी है और भारत को मध्यस्थता प्रक्रिया के अंतराष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित होने के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहिए।
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अर्जन कुमार सीकरी ने बुधवार को कहा कि वाणिज्यिक विवादों का जल्द से जल्द हल और लागत प्रभावी समाधान जरूरी है और भारत को मध्यस्थता प्रक्रिया के अंतराष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित होने के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहिए। न्यायमूर्ति सीकरी ने अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता में सर्वोत्तम प्रयास विषय पर आयोजित प्रशिक्षण एवं कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को मध्यस्थों के नामों की सूची का विस्तार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहयोगी प्रयासों के सफल परिचालन को सुनिश्चित करने में सरकार पर्यवेक्षक और नियामक की भूमिका निभाती है। किसी भी तरह के विवाद को जल्द से जल्द और प्रभावी तरीके से निपटाना चाहिए ताकि संबंध टूंटें नहीं।
न्यायाधीश ने कहा कि सरकार ने पिछले चार-पांच वर्ष में मध्यस्थता एवं समाधान अधिनियम में कई संसोधन किए है ताकि भारत मध्यस्थता अदालतों का अंतराष्ट्रीय केंद्र बन सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में अभी मध्यस्थता की तदर्थ व्यवस्था चल रही है; हमें उम्मीद है कि देश में इसकी संस्थागत व्यवस्था बनेगी। न्यायमूर्ति सीकरी ने सरकार अधिकारियों को मानसिकता बदलने पर भी जोर दिया क्योंकि कुछ अधिकरी जान बूझकर मध्यस्थता प्रक्रिया में देरी करते हैं।
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