लॉकडाउन महामारी को रोकने में रहा नाकाम, दूसरी लहर को रोकने के लिए टीकाकरण एकमात्र उपाय: रिपोर्ट

Coronavirus

एक रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन कारगर साबित नहीं हुआ है और बड़े पैमाने पर लोगों का टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है क्योंकि स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने से संक्रमण के प्रसार की रोकथाम नहीं हो पाई।

मुंबई। पिछले महीने से देश में कोविड-19 के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में इसे रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने के बजाय तेजी से टीकारकण करने की अपील की गई है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने एक रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन कारगर साबित नहीं हुआ है और बड़े पैमाने पर लोगों का टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है क्योंकि स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने से संक्रमण के प्रसार की रोकथाम नहीं हो पाई। 

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रिपोर्ट में कहा गया है कि इसलिए टीकाकरण की गति बढ़ाने से ही महामारी के खिलाफ लड़ाई जीती जा सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले साल इस दिन जब पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया था, तब संक्रमण के कुल मामले 500 से अधिक नहीं थे और लॉकडाउन की अवधि विस्तारित होने के साथ-साथ मामले बढ़ते चले गये। उन्होंने महाराष्ट्र और पंजाब सहित कई राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि लॉकडाउन कारगर नहीं रहे हैं। गौरतलब है कि बुधवार को देश में संक्रमण के करीब 53,500 नये मामले सामने आए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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