घोषणा करने नहीं बल्कि संकल्पों को पूरा करने का व्रत लेकर आए हैं: सुषमा
कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हम अपने संकल्प पत्र में राष्ट्र को मजबूत बनाने की बात करते हैं जबकि कांग्रेस राजद्रोह के कानून को खत्म करने की बात करती है। हम विकास की बात करते हैं जबकि वे (कांग्रेस) विकास की बात पर मौन हैं।
नयी दिल्ली। भाजपा के घोषणापत्र को ‘संकल्प पत्र’ बताते हुए पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि हम कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की तरह चुनाव से पहले घोषणा करने नहीं बल्कि संकल्पों को पूरा करने का व्रत लेकर आए हैं। विदेश मंत्री मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘हमारे शीर्षक और दूसरों के शीर्षक का अंतर समझें। आज हम घोषणा करने नहीं आए हैं, बल्कि संकल्प का भरोसा देने आए हैं।’’
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कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हम अपने संकल्प पत्र में राष्ट्र को मजबूत बनाने की बात करते हैं जबकि कांग्रेस राजद्रोह के कानून को खत्म करने की बात करती है। हम विकास की बात करते हैं जबकि वे (कांग्रेस) विकास की बात पर मौन हैं। हम लोक कल्याण की बात करते हैं, वो तुष्टीकरण की बात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहती हूं कि हमारे संकल्प पत्र की तुलना बाकी पार्टियों के घोषणा पत्र से करें। हम मजबूत सरकार की वकालत कर रहे हैं, वे गठबंधन के नाम पर मजबूर सरकार की वकालत कर रहे हैं।’’
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