रेलवे को निशाना बनाने की ISI साजिश का भंडाफोड़

[email protected] । Jan 18 2017 10:54AM

बिहार पुलिस ने पूर्वी चंपारण जिले में तीन अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद रेलवे को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की आईएसआई से लिंक के भंडाफोड़ का दावा किया है।

मोतिहारी। बिहार पुलिस ने पूर्वी चंपारण जिले में तीन अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद रेलवे को निशाना बनाने के लिए संदिग्ध पाकिस्तानी आईएसआई से लिंक के भंडाफोड़ का दावा करते हुए बताया है कि गिरफ्तार अपराधियों से गत नवंबर महीने में कानपुर में हुई रेल दुर्घटना के बारे में पूछा गया था जिसमें 150 यात्रियों की मौत हो गयी थी। जांच एजेंसियों को इसकी व्यापक स्तर पर जांच के लिए सतर्क कर दिया गया है।

पुलिस ने दावा किया कि गिरफ्तार तीनों अपराधियों ने पूछताछ के दौरान स्वीकारा है कि वे रेल को निशाना बनाने के लिए आईएसआई से संदिग्ध तौर पर संबंध रखने वाले पड़ोसी देश नेपाल के एक नागरिक के लिए काम करते थे। पूर्वी चंपारण जिला के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने मंगलवार को यहां पत्रकारों को बताया कि आदापुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए इन अपराधियों में मोती पासवान, उमा शंकर पटेल और मुकेश यादव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ये तीनों पेशेवर अपराधी हैं और इनकी एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों में संलिप्तता रही है। राणा ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों अपराधियों से गत 20 नवंबर को कानपुर में हुए इंदौर-पटना रेल हादसा मामले में कुछ ‘पॉजिटिव लीड’ प्राप्त हुए हैं जिससे एटीएस और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों को इसकी व्यापक स्तर पर जांच के लिए अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि तीनों गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ के क्रम में स्वीकारा है कि पूर्वी चंपारण जिला के घोडासाहन में एक रेल पटरी को उड़ाने के लिए बम लगाने के वास्ते आईएसआई से जुड़े ब्रजेश गिरी नामक एक नेपाली नागरिक ने उन्हें तीन लाख रूपये दिए थे।

पूर्वी चंपारण जिला पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने बताया कि उक्त पटरी पर लगाए गए बम को ग्रामीणों की मदद से विस्फोट होने के पूर्व बरामद कर लिया गया था तथा उसे निष्क्रिय कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि इन अपराधियों ने खुलासा किया है कि ब्रजेश गिरी का दुबई में रहने वाले और आईएसआई से जुड़े शमशुल होदा से संबंध है। राणा ने बताया कि इन तीनों की गिरफ्तारी हालांकि पूर्वी चंपारण जिले में हुई है, पर संदिग्ध आतंकी तत्वों की ओर से रेलवे को निशाना बनाने वाले तीन अन्य अपराधियों को नेपाल के तिलैया से गिरफ्तार किया गया है। राणा ने बताया कि दो अन्य अपराधी गजेंद्र शर्मा और राकेश यादव जो पूर्व चंपारण जिले में छुपे हुए हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। राणा ने बताया कि पूर्वी चंपारण के दो व्यक्ति दीपक राम और अरुण राम जो कि घोडासाहन में रेल पटरी को उड़ाने में विफल रहे थे, उनकी गिरफ्तारी पिछले वर्ष 28 दिसंबर को नेपाल में हत्या मामले के जांच के क्रम में हुई। उल्लेखनीय है नेपाल से सटे बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल से ही अगस्त 2013 में इंडियन मुजाहिदीन के प्रमुख यासिन भटकल को गिरफ्तार किया गया था।

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