चुनाव साथ कराने की बात सैद्धांतिक रूप से आसान: कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि देशभर में एक साथ चुनाव कराना बड़ा मुद्दा है जिसमें संवैधानिक संशोधन एवं अंतिम फैसला करने से पहले दलों के बीच बड़े पैमाने पर चर्चा की जरूरत पड़ सकती है।
कांग्रेस ने कहा है कि देशभर में एक साथ चुनाव कराना बड़ा मुद्दा है जिसमें संवैधानिक संशोधन एवं अंतिम फैसला करने से पहले राजनीतिक दलों के बीच बड़े पैमाने पर चर्चा एवं आम सहमति की जरूरत पड़ सकती है। कांग्रेस के प्रवक्ता टोम वडाक्कान ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर बहुत सक्रिय रहे हैं। यह ऐसा मुद्दा है जिस पर बड़े पैमाने पर चर्चा की जरूरत है। यह सैद्धांतिक रूप से कहने में बहुत आसान लग सकता है लेकिन वास्तविकता में संवैधानिक संशोधन की भी जरूरत पड़ सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए बड़े पैमाने पर चर्चा की जरूरत होगी और सभी राजनीतिक दलों को शामिल होना होगा। बड़ा सवाल व्यवस्था के अंदर चुनावी सुधार का है। यह एक तय तारीख पर चुनाव कराना नहीं है बल्कि महत्वपूर्ण सवाल चुनाव सुधार का है।’’ उन्होंने कहा कि इसे देखना होगा कि चुनाव आयोग तथा भारत सरकार इस दिशा में कितना आगे बढ़ सकती है और वे इस मुद्दे पर अंतिम फैसले से पहले विपक्षी दलों से कितनी चर्चा कर सकते हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ये बड़े मुददे हैं। भारत मध्य प्रदेश या गुजरात नहीं है। यह बड़ा देश है। यह ऐसा मुद्दा नहीं है जो केवल यह कहकर सुलझ जाए कि हमारा एक चुनाव होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैं सहमत हूं कि वित्तीय रूप से व्यावहारिक है। और असलियत में यह बड़ी चुनौती है जिसके लिए चुनाव आयोग तथा भारत के राजनीतिक दलों को आम सहमति बनानी पड़ेगी।’'
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