JDU नेता की मांग, SC/ST Act की तरह बनना चाहिए मुस्लिम एक्ट, पैगंबर पर सवाल उठाने वाले पर चले देशद्रोह का मुकदमा
जदयू नेता ने कहा कि हमारे बच्चे 18-20 साल की सज़ा काटकर बा-इज्जत बरी हो रहे हैं। कोई भी पैगंबर मोहम्मद की इज्जत पर हाथ डाल रहा है। हमारे बच्चे अगर प्रदर्शन करने चले जाएं तो गोली मार दी जा रही है।
बिहार के जदयू नेता ने एक अजीबोगरीब मांग कर दी हैं। जदयू नेता ने अपने मांग में कहा कि पैगंबर मोहम्मद की इज्जत पर हाथ डालने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि देश में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुस्लिम सेफ्टी एक्ट भी बनना चाहिए। जदयू के इस मुस्लिम नेता का नाम गुलाम रसूल बल्यावी है। अक्सर अपने बयानों की वजह से वह चर्चा में आ ही जाते हैं। उन्होंने यह भी कह दिया है कि हमारे बच्चे अगर प्रदर्शन में चले जाते हैं तो उन्हें गोली मार दी जा रही है। दरअसल, न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने गुलाम रसूल बलियावी के बयानों को साझा किया है।
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अपने बयान में जदयू नेता ने कहा कि अब समय आ गया है कि दो क़ानून बनने चाहिए। एक, कि कोई भी व्यक्ति अगर पैगंबर मोहम्मद की इज्जत पर हाथ डाले तो उस पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए और SC/ST एक्ट की तरह एक मुस्लिम सेफ्टी एक्ट बनना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस वक्त देश में हमारे बच्चों को कोई भी किसी भी समय आतंकवादी के नाम पर उठा सकता है। जदयू नेता ने कहा कि हमारे बच्चे 18-20 साल की सज़ा काटकर बा-इज्जत बरी हो रहे हैं। कोई भी पैगंबर मोहम्मद की इज्जत पर हाथ डाल रहा है। हमारे बच्चे अगर प्रदर्शन करने चले जाएं तो गोली मार दी जा रही है।
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आपको बता दें कि यह जदयू के वही नेता है जो पहले भी सूर्य नमस्कार को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि इस्लाम धर्म उन्हें सूर्य की आराधना की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने दावा किया था कि सूर्य नमस्कार एक धार्मिक मान्यता है और संविधान में धार्मिक मान्यताओं को मानने या नहीं मानने की आजादी है।
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