झारखंड उच्च न्यायालय ने पहली बार बिना पेपर के कार्यवाही की

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उच्च न्यायालय के महापंजीयक कार्यालय ने यहां जारी एक बयान में इस बात की जानकारी दी है। बयान में बताया गया है कि मुख्य न्यायाधीश डा. रविरंजन एवं सुजीत नारायण की पीठ ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग से की गयी सुनवाई में किसी भी प्रकार के कागज का उपयोग नहीं किया।

रांची। झारखंड उच्च न्यायालय ने राज्य के न्यायिक इतिहास में आज पहली बार उच्च न्यायालय की पूरी कार्यवाही किसी भी प्रकार के कागज के प्रयोग के बिना संपन्न की और इस दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से दो मामलों का निपटारा भी किया। उच्च न्यायालय के महापंजीयक कार्यालय ने यहां जारी एक बयान में इस बात की जानकारी दी है। बयान में बताया गया है कि मुख्य न्यायाधीश डा. रविरंजन एवं सुजीत नारायण की पीठ ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग से की गयी सुनवाई में किसी भी प्रकार के कागज का उपयोग नहीं किया। 

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उन्होंने डिजिटल ही याचिका, उनपर प्रतिपक्षी का जवाब और फिर उस पर याचिकाकर्ता के प्रतिउत्तर देखकर मामलों की सुनवाई की। इतना ही नहीं न्यायालय ने अपना फैसला भी दो मामलों में आनलाइन ही लिखवा कर डिजिटल रूप में जारी कर दिया। बयान में बताया गया है कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से पीठ ने कुल दस मामले सुनवाई पर लिये जिनमें से दो का निपटारा किया गया। इसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी के काल में यह डिजिटल और पेपरलेस व्यवस्था वकीलों, वादियों, प्रतिवादियों और पूरी न्यायव्यवस्था के लिए लाभप्रद होगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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