Jinping का G20 समिट में शामिल न होना इस इवेंट की सबसे अच्छी बात रही, सम्मेलन की सफलता को लेकर बोले अमिताभ कांत
पूछे जाने पर कि क्या शी ने दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग न लेकर खेल बिगाड़ने की कोशिश की है। कांत ने कहा कि यह होना सबसे अच्छी बात थी।
भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दिल्ली शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेना सबसे अच्छी बात थी क्योंकि उन्होंने उन कठिन वार्ताओं का जिक्र किया जिसके कारण दिल्ली घोषणापत्र हुआ। कांत ने कहा कि चीन के साथ बातचीत करना कठिन था। हालाँकि, भारत ने चीनी शेरपा के साथ बहुत अच्छा समीकरण बनाया। पूछे जाने पर कि क्या शी ने दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग न लेकर खेल बिगाड़ने की कोशिश की है। कांत ने कहा कि यह होना सबसे अच्छी बात थी। आगे विस्तार से बताते हुए उन्होंने पिछले साल बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर शी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की द्विपक्षीय बैठक का हवाला दिया। शीर्ष अधिकारी ने कहा कि बैठक 2.5 घंटे से अधिक समय तक चली और वही मुख्य बिंदु बन गई।
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अमिताभ कांत ने कहा कि हम जो करने में कामयाब रहे, जी20 पर ध्यान केंद्रित किया, न कि द्विपक्षीय बैठकों पर। दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले 8 सितंबर को हुई अंतिम दौर की बातचीत को याद करते हुए कांत ने कहा कि 8 सितंबर को हमारी अंतिम दौर की बैठक हुई और हमने कहा कि 'यह अंतिम मसौदा है। हमने महसूस किया कि यह हर किसी की रेड लाइन को कवर कर रहा था। कांत ने कहा कि हमने कहा कि शेरपा स्तर पर कोई और चर्चा नहीं होगी। यदि किसी नेता के पास कोई चुनौती है, तो वे मेरे नेता से बात कर सकते हैं।
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