Joshimath crisis: आलोचनाओं पर CM धामी बोले, यह प्राकृतिक आपदा, समाधान खोजने में सभी को आगे आना चाहिए

जोशीमठ भू-धंसाव का मामला जबरदस्त तरीके से सुर्खियों में है। इस मामले को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है। इन सबके बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली में उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई है। जोशीमठ के मुद्दे पर पुष्कर सिंह धामी ने साफ तौर पर कहा है कि यह कोई राजनीतिक मामला नहीं बल्कि प्राकृतिक आपदा है और सभी को इसके समाधान ढूंढने में मदद करनी चाहिए। अपने बयान में यह एक प्राकृतिक आपदा है। यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है। सभी को आगे आना चाहिए और इसका समाधान खोजने में मदद करनी चाहिए।
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धामी ने कहा कि हम जोशीमठ में स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। हम केंद्र सरकार से सभी आवश्यक सहयोग प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी नियमित रूप से मामले की समीक्षा कर रहे हैं। जल्द ही हमारे पास रिपोर्ट होगी और वहां के निवासियों के पुनर्वास की व्यवस्था होगी। अखिलेश यादव के ट्वीट पर उत्तराखंड CM ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है..देश के किसी भी कोने में बैठकर लोग उत्तराखंड के बारे में अपनी-अपनी बातें रख रहे हैं तो ये बिल्कुल भी ठीक नहीं है क्योंकि वहां के हालात ऐसे नहीं है वहां पर आज भी 65-70% लोग सामान्य रूप से अपना काम कर रहे हैं।
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दरअसल, अखिलेश ने अपने ट्वीट में कहा था कि राजनीतिक प्रभाव से वैज्ञानिकों पर दबाव बनाकर, जोशीमठ की दरारों की सच्चाई छिपाने की भाजपा सरकार की कोशिश घोर निंदनीय है। लाखों लोगों की ज़िंदगी दांव पर लगी होने की वजह से ये बहुत गंभीर विषय है। जोशीमठ की परियोजनाओं के बारे में ‘पर्यावरण प्रभाव आकलन’ (EIA) की रिपोर्ट का खुलासा हो। धामी ने चार धाम यात्रा पर कहा कि 4 महीने बाद चार धाम यात्रा शुरू होगी। इसलिए उत्तराखंड के हालात को लेकर झूठी अफवाह फैलाना ठीक नहीं है। लोग दूर से स्थिति के बारे में धारणा न बनाएं।
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