हमेशा की तरह गोवा में ही आयोजित हो रहा फिल्म फेस्टिवल, जेपी नड्डा ने सुनाई मनोहर पर्रिकर के हौसले की कहानी

JP Nadda

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मनोहर पर्रिकर जीवन के आखिरी क्षण में बीमारी से लड़ रहे थे तब भी उन्होंने लाइव सपोर्ट सिस्टम पहनकर अटल सेतु का निरीक्षण करते हुए कहा था कि How is the Josh। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रमोद सावंत समेत सभी नेताओं ने जोश को आगे बढ़ाने का काम किया है

पणजी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को पणजी में कार्यकर्ता बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोवा में भी भाजपा लगातार आगे बढ़ती रही है। यहां 2017 में हमें 32 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए और हमने गठबंधन की सरकार बनाई। उसके बाद जिला परिषद, स्थानीय निकाय के चुनावों में भाजपा को गोवा की जनता ने बहुत प्यार दिया, जिससे हम आगे बढ़ते रहे हैं। इसी बीच उन्होंने गोवा फिल्म फेस्टिवल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गोवा वर्तमान में हमेशा की तरह भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आयोजित कर रहा है। यह पर्रिकर जी और उनकी दूरदृष्टि द्वारा नियोजित और क्रियान्वित किया गया था। 

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गोवा में ही होता है फिल्म फेस्टिवल 

उन्होंने कहा कि मैंने प्रमोद सावंत से पूछा था कि बार-बार गोवा में ही फिल्म फेस्टिवल क्यों होता है ? इस पर उन्होंने मुझे बताया कि मनोहर पर्रिकर जी मुख्यमंत्री थे और सुषमा स्वराज जी उस समय सूचना एवं प्रसारण मंत्री थीं और उस वक्त पर्रिकर जी का राष्ट्रीय परिवेश में जो स्थान था उन्होंने तब सुषमा जी से मनवाया था कि जब भी फिल्म फेस्टिवल होगा उसकी धरती गोवा ही होगी और आज फिल्म फेस्टिवल जब भी होता है गोवा में ही होता था।

उन्होंने कहा कि मनोहर पर्रिकर जीवन के आखिरी क्षण में बीमारी से लड़ रहे थे तब भी उन्होंने लाइव सपोर्ट सिस्टम पहनकर अटल सेतु का निरीक्षण करते हुए कहा था कि How is the Josh। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रमोद सावंत समेत सभी नेताओं ने जोश को आगे बढ़ाने का काम किया है। 

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कैसी थी मोदी वैक्सीन ? 

इसी बीच जेपी नड्डा ने कोरोना वैक्सीन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब 2020 में कोरोना की शुरुआत हुई तो अप्रैल में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया था और भारत खुद की वैक्सीन विकसित करने के लिए तैयार था। प्रधानमंत्री ने 9 महीने के अंदर भारत को 2 वैक्सीन दी। यहां आने वाली पार्टियां अब दूसरों से कहती थीं कि वैक्सीन न लगवाएं, ट्रायल ठीक से नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वे इसे मोदी वैक्सीन, बीजेपी वैक्सीन कहते थे। आज वे सभी वैक्सीन प्राप्त कर चुके हैं। मैं उनसे पूछता हूं, मोदी वैक्सीन कैसी थी ? क्या आपको बीमारी से सुरक्षा मिली ? उन्होंने लोगों को गुमराह किया। उन्होंने प्रधानमंत्री का विरोध करते हुए भारत के लोगों का विरोध किया और अब वोट मांग रहे हैं।

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