इंदौर में एचआईवी संक्रमित मरीज को लगातार थप्पड़ जड़ने पर जूनियर डॉक्टर निलंबित

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डॉक्टर को भगवान माना जाता है, लेकिन जूनियर डॉक्टर ने मरीज को इस बात पर जानवरों की तरह पीटा कि उसने उसे एचआईवी संक्रमित होने की जानकारी नहीं दी थी।तीमारदार ने आरोप लगाया कि जब मरीज से मारपीट के दौरान उसने बीच-बचाव किया, तो जूनियर डॉक्टर ने उस पर भी हाथ उठा दिया। तीमारदार ने कहा कि उसने जूनियर डॉक्टर के खिलाफ मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा दी है।

इंदौर में टूटी हड्डी के इलाज के दौरान एचआईवी संक्रमित मरीज को शनिवार को थप्पड़ जड़ने का कथित वीडियो सामने आने के बाद शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के एक जूनियर डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पैर की टूटी हड्डी के इलाज के लिए उज्जैन के एक अस्पताल से एमवायएच भेजा गया 45 वर्षीय पुरुष मरीज एचआईवी से ग्रस्त है। उन्होंने बताया कि एमवायएच में हड्डी का इलाज शुरू किए जाने से पहले जूनियर डॉक्टर को मरीज के एचआईवी संक्रमण की जानकारी कथित तौर पर नहीं दिए जाने को लेकर मरीज और उसके तीमारदार का जूनियर डॉक्टर से विवाद हुआ। घटना के कथित वीडियो में जूनियर डॉक्टर स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को लगातार थप्पड़ जड़ने के साथ ही उसके साथ गाली-गलौज करता भी नजर आ रहा है।

एमवायएच के अधीक्षक प्रमेंद्र ठाकुर ने बताया कि आपातकालीन चिकित्सा विभाग में पदस्थ इस जूनियर डॉक्टर को मरीज से कथित बदसलूकी के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एमवायएच, शहर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध है। ठाकुर ने बताया कि महाविद्यालय के अधिष्ठाता (डीन) डॉ. संजय दीक्षित ने मरीज से कथित बदसलूकी के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है जो तीन दिन के भीतर उन्हें रिपोर्ट सौंपेगी। मरीज के एक तीमारदार ने बताया, हम टूटी हड्डी के इलाज केलिए मरीज को एमवायएच लाए थे। वह पहले से एचआईवी संक्रमित है।

डॉक्टर को भगवान माना जाता है, लेकिन जूनियर डॉक्टर ने मरीज को इस बात पर जानवरों की तरह पीटा कि उसने उसे एचआईवी संक्रमित होने की जानकारी नहीं दी थी।तीमारदार ने आरोप लगाया कि जब मरीज से मारपीट के दौरान उसने बीच-बचाव किया, तो जूनियर डॉक्टर ने उस पर भी हाथ उठा दिया। तीमारदार ने कहा कि उसने जूनियर डॉक्टर के खिलाफ मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा दी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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