झारखंड की अबरक खानों में बाल मजदूरी खत्म की जाए: कैलाश सत्यार्थी
झारखंड में अभ्रक खनन में बाल मजदूरी खत्म करने के लिए राज्य सरकार, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और सत्यार्थी के चिल्ड्रेन फाउंडेशन ने हाथ मिलाया है।
नयी दिल्ली। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने झारखंड की अबरक खानों में बाल मजदूरी खत्म करने की जरूरत पर रविवार को जोर दिया। साथ ही, सत्यार्थी ने अंतरराष्ट्रीय ब्रांड सहित सभी हित धारकों से इस बदलाव का समर्थन करने की अपील की। उनके कार्यालय द्वारा यहां जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक सत्यार्थी ने झारखंड में एक कार्यक्रम में यह कहा।
झारखंड में अभ्रक खनन में बाल मजदूरी खत्म करने के लिए राज्य सरकार, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और सत्यार्थी के चिल्ड्रेन फाउंडेशन ने हाथ मिलाया है। सत्यार्थी ने कहा, ‘‘आज ऐतिहासिक दिन है क्योंकि सरकार, ग्राम समुदाय, कारोबार जगत के दिग्गजों और सिविल सोसाइटी अबरक खनन से बाल श्रमिकों के मुक्त करने की खातिर सामूहिक कार्य के लिए एकजुट हुए हैं। सत्यार्थी ने कहा कि झारखंड में बाल मित्र ग्रामों ने साबित कर दिया है कि संयुक्त प्रयासों से बाल मजदूरी का उन्मूलन किया जा सकता है।
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